वर्ल्ड चैंपियनशिप : कोरिया में गोल्ड पर शूटर्स की निगाहें
जकार्ता में एशियन गेम्स में दमदार प्रदर्शन के बाद अब मेरठ के शूटर्स दक्षिण कोरिया में ओलंपिक कोटे पर निशाना साधेंगे। दक्षिण कोरिया में आइएसएसएफ वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप का शुक्रवार को (आज) आगाज हो रहा है। 15 सितंबर तक चलने वाली चैंपियनशिप में मेरठ के सात शूटर शामिल होंगे। पांच शूटर सीनियर वर्ग में हैं जबकि एशियन गोल्ड मेडलिस्ट सौरभ चौधरी जूनियर वर्ग में हिस्सा लेंगे। यही प्रतियोगिता ओलंपिक कोटे में खिलाड़ियों का स्थान निर्धारित करेगी।
मेरठ। जकार्ता में एशियन गेम्स में दमदार प्रदर्शन के बाद अब मेरठ के शूटर्स दक्षिण कोरिया में ओलंपिक कोटे पर निशाना साधेंगे। दक्षिण कोरिया में आइएसएसएफ वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप का शुक्रवार को (आज) आगाज हो रहा है। 15 सितंबर तक चलने वाली चैंपियनशिप में मेरठ के सात शूटर शामिल होंगे। पांच शूटर सीनियर वर्ग में हैं जबकि एशियन गोल्ड मेडलिस्ट सौरभ चौधरी जूनियर वर्ग में हिस्सा लेंगे। यही प्रतियोगिता ओलंपिक कोटे में खिलाड़ियों का स्थान निर्धारित करेगी।
सात से अधिक पदक की उम्मीद
वर्ल्ड चैंपियनशिप के सीनियर वर्ग में मेरठ से अखिल शेरॉन, रवि कुमार, शहजर रिजवी, शार्दुल विहान, शिराज शेख और मो. असब शामिल हैं। जूनियर वर्ग में सौरभ चौधरी हैं। ये खिलाड़ी व्यक्तिगत इवेंट्स के साथ ही टीम इवेंट में भी हिस्सा ले रहे हैं। पिछली कुछ प्रतियोगिताओं में सभी का प्रदर्शन शानदार रहा है। एशियन गेम्स में रवि कुमार, शार्दुल और सौरभ ने पदक जीते थे। वहीं शहजर रिजवी भी वर्ल्ड में नंबर एक रैंकिंग पर चल रहे हैं। शिराज शेख एशियन गेम्स में पदक नहीं ले सके लेकिन उनके पिछले प्रदर्शन व अनुभव शानदार रहे हैं। मो. असब ने भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में कई पदक जीते हैं।
इन इवेंट्स में हिस्सा लेंगे शूटर
सीनियर रायफल इवेंट के पुरुष वर्ग में थ्री-पोजीशंस में अखिल शेरॉन, एयर राइफल में रवि कुमार हैं। सीनियर पिस्टल इवेंट के एयर पिस्टल में शहजर रिजवी हैं। सीनियर शॉटगन इवेंट के डबल ट्रैप में शार्दुल विहान व मो. असब निशाना लगाएंगे। बाद में बनी स्कीट पुरुष वर्ग की टीम में शिराज शेख ने भी टीम में स्थान बना लिया। इनके अलावा ट्रैप वुमन में बागपत की सीमा तोमर भी शूटिंग टीम में शामिल हैं।
यहां से शुरू होगी ओलंपिक की दौड़
टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए शूटर्स की दौड़ कोरिया वर्ल्ड चैंपियनशिप से शुरू होगी। जो खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में पदक जीतेंगे, वे ओलंपिक कोटे में स्थान सुनिश्चित करेंगे। इसके बाद दो साल तक होने वाली शूटिंग प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों का मूल्यांकन होगा। अंत में खिलाड़ियों को ओलंपिक के पूर्व होने वाली चयन प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन के आधार पर ओलंपिक टीम में शामिल किया जाएगा।