मेरठ के डीएन डिग्री कॉलेज में नई शिक्षा नीति पर संगोष्ठी, संभावनाओं के द्वार खोलेगी यह नीति
नई शिक्षा नीति को लेकर शुक्रवार को डीएन कालेज में एक संगोष्ठी हुई जिसमें वक्ताओं ने कहा की प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा में नई शिक्षा नीति से कई बदलाव होंगे। इसके अलावा भी कई बातों को बताया गया। इस दौरान कई लोग मौजूद रहे।
मेरठ,जेएनएन। मेरठ के डीएन डिग्री कालेज में शुक्रवार को नई शिक्षा नीति पर संगोष्ठी हुई, जिसमें वक्ताओं ने कहा की प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा में नई शिक्षा नीति से कई बदलाव होंगे। यह बदलाव युवाओं के सामने नई संभावनाओं को भी लाएंगे। नई शिक्षा नीति के सामने कई चुनौतियां भी आएंगी। जिससे शिक्षकों छात्रों को मिलकर निपटना होगा।
नई शिक्षा नीति पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि शिक्षाविद दर्शन लाल अरोड़ा ने कहा कि नई शिक्षा नीति मातृभाषा पर विशेष जोर दिया गया है। इससे प्राइमरी शिक्षा में बच्चे सहज भाव से अपनी भाषा में विषय को गहराई से समझेंगे। माध्यमिक शिक्षा में भी कई बदलाव हुए हैं तो उच्च शिक्षा में छात्रों को मनपसंद विषय पढ़ने की भी आजादी दी गई है। पहले डिग्री स्तर पर छात्र पढ़ाई छोड़ देते थे, तो उनके सामने अपनी डिग्री पूरी करने का कोई विकल्प नहीं था। नई शिक्षा नीति में अगर छात्र एक साल भी पढ़ाई करके छोड़ देते हैं। आगे आने वाले समय में वह अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहते हैं। तो नई शिक्षा नीति में इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने नई शिक्षा नीति के अन्य तकनीकी पहलुओं को भी बताया। डीएन पालिटेक्निक के प्राचार्य वीरेंद्र आर्य ने नई शिक्षा नीति में युवाओं के लिए कौशल विकास के कोर्स शामिल किए जाने को उपयोगी बताया। साथ ही तकनीकी शिक्षा में होने वाले बदलाव और चुनौतियों को भी बताया। डीएन डिग्री कालेज के प्राचार्य डा. बीएस यादव ने सभी का आभार जताते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में हर पहलू को ध्यान में रखा गया है। उच्च शिक्षा में उम्मीद है कि अगले सत्र से लागू भी हो जाए। इस अवसर पर देवनागरी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य सुशील कुमार सिंह भी रहे।
राम मंदिर निर्माण के लिए दिए ₹71000 की सहयोग राशि
अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए डीएन डिग्री कालेज परिवार की तरफ से 71 हजार रुपये का चेक संघ संचालक दर्शन लाल अरोड़ा को दिया गया।