विश्व की नजर है भारत की ओर
मेरठ: चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से दो दिवसीय सेमिनार में विशे
मेरठ: चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से दो दिवसीय सेमिनार में विशेषज्ञों ने वैश्विक स्तर पर राजनीतिक चिंतन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति चिंतन विश्व कल्याण से जुड़ा हुआ है। जिसे विश्व के अन्य देश भी मानकर अपने नीतियों में इसे लागू कर रहे हैं।
अखिल भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद की ओर से सेमिनार आयोजित की गई है। बृहस्पतिभवन में सेमिनार के उद्घाटन सत्र में सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में जो भी राजनीतिक व्यवस्था है, उसके मूल में प्राचीन चिंतन ही जुड़ा हुआ है। मानव को प्राचीन भारतीय राजनीतिक चिंतन ज्ञान परंपरा का अनुसरण करना चाहिए। अध्यक्षीय भाषण देते हुए कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने कहा कि भारतीय राजनीतिक चिंतन और शासन व्यवस्था सर्व कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है। जिसमें सब कुछ समाहित है। ऐसे विश्वकल्याण के चिंतन को विश्व के अन्य देशों को भी अपनाना पड़ेगा। प्रो. सुषमा यादव ने कहा कि भारतीय राजनीतिक चिंतन परंपरा का उदय प्राचीन भारतीय साहित्यों में परिलक्षित होता है। इसलिए हमें ज्योतिष को भी विज्ञान के रूप में विकसित करने जरूरत है। यूएसए से आए डा. थामस अब्राहम ने कहा कि विदेशों में जो भी भारतीय निवास करते हैं, वह अपनी मातृभूमि के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। अनिवासी भारतीय पूरी तरह से तकनीकी के जानकार हैं, भारतीयों की राजनीतिक चिंतन, लोक नीति, शासन व्यवस्था व सुशासन में महत्वपूर्ण योगदान है। हमें इसे और प्रसार करने की जरूरत है। आयोजन सचिव भूपेंद्र सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। इस दौरान डा. मनोज त्रिपाठी, डा. सुधीर मलिक आदि मौजूद रहे।
मोबाइल एप लांच
सेमिनार में अखिल भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद का मोबाइल एंड्रायड एप्लीकेशन लांच किया गया। राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. संजीव शर्मा ने बताया कि परिषद की सभी जानकारी व गतिविधियां इस एप पर उपलब्ध है।
पत्रिका का विमोचन
सेमिनार में हेमवंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रो. एमएम सेमवात की लिखित पुस्तक - व्यवहारिक राजनीति के आयाम का विमोचन किया गया।