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बोर्ड परीक्षा: कम पूछे डायग्राम, लंबा रहा विज्ञान का पेपर

सीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षा में इस साल विज्ञान का पेपर काफी आसान रहा। परीक्षार्थियों व शिक्षकों ने पेपर को पिछले सालों की तुलना में भी आसान बताया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Mar 2019 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2019 08:00 AM (IST)
बोर्ड परीक्षा: कम पूछे डायग्राम, लंबा रहा विज्ञान का पेपर
बोर्ड परीक्षा: कम पूछे डायग्राम, लंबा रहा विज्ञान का पेपर

मेरठ । सीबीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षा में इस साल विज्ञान का पेपर काफी आसान रहा। परीक्षार्थियों व शिक्षकों ने पेपर को पिछले सालों की तुलना में भी आसान बताया। सेंट जोंस सीनियर सेकेंड्री स्कूल में बोर्ड परीक्षा देकर निकले केंद्रीय विद्यालय सिख लाइंस के परीक्षार्थियों ने बताया कि पेपर आसान था पर थोड़ा लंबा हो गया था। उत्तम, सार्थक, उबैद व अपुल के अनुसार इस साल विज्ञान के पेपर में डायग्राम कम पूछे गए। उनके स्थान पर थ्योरी पूछी गई, जिसे लिखने में समय अधिक लगा। डायग्राम पूछे जाने से उसे बनाने में समय भी कम लगता है और नंबर भी अधिक मिलते हैं। डायग्राम बनाने पर लिखना कम पड़ता है और दूसरे प्रश्नों के लिए अधिक समय भी मिल जाता है।

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आर्मी पब्लिक स्कूल के छात्र जयदित्य ढाका ने बताया कि पेपर में पूछे गए सभी प्रश्न एनसीईआरटी सिलेबस पर ही आधारित थे। सामान्य प्रश्न पूछे गए थे। उन प्रश्नों के उत्तर को विस्तार से पूछा गया था। इससे उत्तर को अधिक लंबा लिखना पड़ा। जयदित्य ने बताया कि पांच-पांच अंक के प्रश्नों में तीन से चार प्वाइंट के अंतर्गत प्रश्न पूछे गए जिसमें सभी बिंदुओं का उत्तर विस्तार से लिखना था। इसके कारण पेपर थोड़ा लंबा जरूर लगा लेकिन बेहद आसान पेपर था। शिक्षकों के अनुसार पेपर में बच्चे इस साल अच्छे अंक स्कोर कर सकेंगे। 'शून्य से सशक्तिकरण' पर सम्मानित हुई आयुषी

मेरठ । राजकीय कन्या इंटर कालेज हापुड़ रोड की शिक्षिका आयुषी शर्मा को शिक्षण के क्षेत्र में 'शून्य से सशक्तिकरण' कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को दिल्ली में सम्मानित किया गया। 'जीरो इनवेस्टमेंट इनोवेशन फॉर एजुकेशन इनिसिएटिब्ज' कार्यक्रम के अंतर्गत 16 प्रदेशों के 600 शिक्षक-शिक्षिकाओं को एमएचआरडी की ओर से सम्मानित किया गया। दिल्ली में 10 से 14 मार्च तक आयोजित कार्यक्रम में कार्यशाला के बाद आयुषी शर्मा को सम्मानित किया गया। जीजीआइसी हापुड़ रोड की प्रिंसिपल पूनम गोयल ने बताया कि आयुषी हस्तकला शिल्प की शिक्षा वेस्ट मैटेरियल के जरिए देती हैं। इससे पूर्व वह हस्तिनापुर में कार्यरत थी और अब जीजीआइसी हापुड़ रोड में ही परमानेंट शिक्षिका के तौर पर कार्यरत हैं। जीरो इनवेस्टमेंट कार्यक्रम के अंतर्गत उनका चयन हुआ था।


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