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Save Water : अभी से ही खरीदना पड़ रहा पानी,कल पैसे भी कम पड़ जाएंगे Meerut News

शुद्ध पेयजल खरीदना पड़ रहा है.. पानी की बर्बादी ऐसी ही होती रही तो वह समय भी आने वाला है जब एक बोतल शुद्ध पेयजल खरीदने के लिए पैसे भी कम पड़ जाएंगे।

By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 19 Jun 2019 02:18 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jun 2019 02:18 PM (IST)
Save Water : अभी से ही खरीदना पड़ रहा पानी,कल पैसे भी कम पड़ जाएंगे Meerut News
Save Water : अभी से ही खरीदना पड़ रहा पानी,कल पैसे भी कम पड़ जाएंगे Meerut News
मेरठ, [जागरण स्पेशल]। शुद्ध पेयजल खरीदना पड़ रहा है.. पानी की बर्बादी ऐसी ही होती रही तो वह समय भी आने वाला है जब एक बोतल शुद्ध पेयजल खरीदने के लिए पैसे भी कम पड़ जाएंगे। जब पानी ही नहीं रहेगा तो उसके शुद्ध या अशुद्ध होने की बात ही खत्म हो जाएगी। जहां भी पानी दिखाई देगा लोग टूट पड़ेंगे। इसलिए पानी बचाने के लिए हर कोई अपने-अपने स्तर से योगदान करे। यह बात कही एमडीए वीसी राजेश कुमार पांडेय ने।
एमडीए में शपथ दिलाई
दैनिक जागरण की ओर से चल रहे अभियान आधा गिलास पानी के तहत मंगलवार को एमडीए में शपथ दिलाई गई। वीसी ने स्टाफ को शपथ दिलाई और पानी के महत्व हो समझाया। उन्होंने कहा कि अधिकारी या कर्मचारी से मिलने आने वाले आगंतुकों को आधा गिलास पानी दें।
पहले कम मात्रा में दें पानी
लोग अक्सर थोड़ा पानी पीकर बाकी छोड़ देते हैं। यह पानी बाद में फेंका जाता है। जब किसी को प्यास लगी होगी तो फिर से पानी मांग लेगा। लोगों से पानी पूछा भी जा सकता है कि आधा गिलास पानी लाएं या फिर पूरा गिलास। जब पानी की मात्रा कम है तो देने से पहले जरूरत के हिसाब से देने के लिए पूछने में झिझक कैसी। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि एमडीए परिसर में कहीं भी पानी बहता हुआ नहीं होना चाहिए। टोंटी बंद कर दें। योजनाओं में भी पानी की बर्बादी नहीं होनी चाहिए।
आरओ के वेस्ट पानी से छाई हरियाली
जल ही जीवन है। इसे बचाकर ही जीवन की परिकल्पना कर सकते हैं। चाहे मानव हों या पशु-पक्षी और पेड़ पौधे सभी को पानी चाहिए। यह बात हमें ध्यान में रखकर पानी का उपयोग करना होगा। यह बात सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ के सहायक प्राध्यापक डॉ. हरिओम कटियार ने कही। वह खुद तो पानी की बर्बादी रोकने के लिए काम करते ही हैं, अपने आसपास वालों को जल संरक्षण की सीख देते हैं।
20 लीटर वेस्ट पानी निकलता है
वह कहते हैं वर्तमान समय में सबसे ज्यादा आरओ के जरिए पानी की बर्बादी की जा रही है। 10 लीटर शुद्ध पानी प्राप्त करने के लिए हमें 30 लीटर पानी चाहिए होता है। अर्थात 20 लीटर वेस्ट पानी निकलता है। यह वेस्ट पानी बरामदे और गार्डन में लगे पौधों की सिंचाई के लिए उपयुक्त होता है। बशर्ते टीडीएस 2100 से अधिक नहीं होना चाहिए। टीडीएस अधिक है तो इस पानी से फर्श और गाड़ी की धुलाई की जा सकती है। आरओ के वेस्ट पानी में पौधों के लिए जरूरी कई तत्व मौजूद होते हैं। उन्होंने कहा कि आरओ का वेस्ट पानी अधिक होने पर बॉल्टी में भरकर पार्क ले जाते हैं और वहां पौधों की सिंचाई करते हैं।

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