Meerut: पिता की हत्या के बाद बंद कमरे से सर्राफ पुलिस पर करता रहा फायरिंग, भयानक दृश्य देख दहल गया था इलाका
Murder in Meerut ब्रह्मपुरी में घर की दूसरी मंजिल पर हत्यारोपित कमरे में बंद था। नीचे आंगन में पुलिस खड़ी थी। कमरे के अंदर से ही हत्यारोपित किशन पुलिस पर फायरिंग कर रहा था। दृश्य बिल्कुल फिल्मी था। पुलिस आरोपित को पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी।
मेरठ, जेएनएन। ब्रह्मपुरी में घर की दूसरी मंजिल पर हत्यारोपित कमरे में बंद था। नीचे आंगन में पुलिस खड़ी थी। कमरे के अंदर से ही हत्यारोपित किशन पुलिस पर फायरिंग कर रहा था। दृश्य बिल्कुल फिल्मी था। पुलिस आरोपित को पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी। घटना को देखकर पुलिसकर्मी एक बार उल्टे पांव थाने तक दौड़ गए। बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट लेकर दोबारा घटना स्थल पर पहुंचे। इसके बाद भी कमरे के गेट तक जाने की किसी की हिम्मत नहीं हुई।
विनोद वर्मा की हत्या के बाद सभी लोग केएमसी में जमा हो गए थे। अचानक ही बेटे किशन वर्मा ने खुद को कमरे में बंद कर फायरिंग करनी शुरू कर दी। उसके बाद सभी लोग उनके घर पर पहुंच गए। करीब नौ बजे से देर रात तक उनके घर पर लोगों की भीड़ जमा थी। सभी किशन वर्मा का कमरे से निकलने का इंतजार कर रहे थे। पुलिस ने पहले ड्रोन को मंगाया। उससे भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। सीओ मकान की छत तक जरूर पहुंच गए, पर कमरे के पास तक जाने की हिम्मत कोई नहीं जुटा पाया। जबकि आरोपित लगातार फोन पर बातचीत कर रहा था। किशन ने कमरे की लाइट भी बंद कर दी।
फोन पर दोस्तों से करता रहा बात
किशन वर्मा पुलिस पर फायरिंग करने के साथ ही दोस्तों से फोन पर बातचीत करता रहा। दरअसल, फोन पर बातचीत कर उसे कमरे से बाहर बुलाने का प्रयास किया गया। किशन ने दोस्तों को भी बाहर आने से मना कर दिया। उसने कहा कि अब उसे नींद आ रही है। कमरे में ही सोने जा रहा है। हालांकि बाद में उसने फायरिंग करना बंद कर दिया था।
दो छोटे भाई अलग, किशन शुरू से पिता के पास रहा : किशन और उसके पिता विनोद वर्मा के विचार हमेशा से एक ही रहे। शादी होने के बाद छोटे भाई राजीव वर्मा और गोविंद वर्मा अलग मकान में रहने लगे थे। लेकिन किशन अपने पिता के साथ ही रहा। दुकान पर पिता के साथ राजीव वर्मा बैठते हैं। किशन वर्मा ने बजाजा बाजार में अपनी अलग दुकान कर रखी है।
पुलिस से छीनकर भीड़ ने पीटा, लाठीचार्ज
रात को 12 बजे आरोपित को पकड़कर पुलिस घर से थाने ले जा रही थी। तभी तीन घंटे से घर के बाहर इंतजार कर रही उग्र भीड़ ने आरोपित को पुलिस के कब्जे से छीन लिया। उसके बाद किशन वर्मा की जमकर पिटाई की गई। पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज के बाद आरोपित को भीड़ के कब्जे से छुड़वाया। पुलिस के लाठी चलाने केबाद कालोनी में भगदड़ मच गई। लोग घरों के अंदर घुस गए। उसके बाद किशन वर्मा को पुलिस कड़ी सुरक्षा में थाने ले गई। इंस्पेक्टर सुभाष अत्री का कहना है कि किशन वर्मा से थाने में पूछताछ की जाएगी। ताकि हत्या के सही कारणों की जानकारी मिल सकें।