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श्रम विभाग की पहल : सामूहिक कन्या विवाह योजना में सरकार बनेगी बाबुल, एक साथ विदा होंगी बेटियां Meerut News

पंजीकृत श्रमिकों को अपनी बेटियों की शादी के लिए अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। सरकार पूरा खर्च उठाकर पहली बार सामूहिक रूप से शादी कराएगी।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 12:33 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 12:33 PM (IST)
श्रम विभाग की पहल : सामूहिक कन्या विवाह योजना में सरकार बनेगी बाबुल, एक साथ विदा होंगी बेटियां Meerut News
श्रम विभाग की पहल : सामूहिक कन्या विवाह योजना में सरकार बनेगी बाबुल, एक साथ विदा होंगी बेटियां Meerut News

मेरठ, [राजेंद्र शर्मा]। पंजीकृत श्रमिकों को अपनी बेटियों की शादी के लिए अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। सरकार पूरा खर्च उठाकर पहली बार सामूहिक रूप से शादी कराएगी। साथ ही उन्हें खुशी-खुशी ससुराल विदा करेगी। बेटियों को आर्थिक सहायता के रूप में नकद धनराशि भी दी जाएगी। अभी तक 55 हजार रुपये दी जाने वाली नकद राशि को बढ़ाकर 75 हजार रुपये कर दिया गया है।

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पहली बार की पहल

श्रम विभाग ने श्रमिकों की बेटियों के लिए पहली बार सामूहिक कन्या विवाह योजना की यह पहल की है। अभी तक श्रम विभाग पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों की शादी के लिए व्यक्तिगत रूप से 55 हजार की नकद धनराशि प्रदान करता था। इसके लिए श्रमिक का पंजीकरण एक साल पुराना होना चाहिए था।

अफसरों को दिए गए निर्देश

श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य एवं प्रमुख सचिव सुरेश चंद्रा ने शनिवार व रविवार को लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय मंथन कार्यक्रम में श्रम विभाग के अधिकारियों को इस बाबत निर्देश दिए। इनमें अब श्रमिकों की बेटियों की भी सामूहिक शादियां जिला स्तर पर कराई जाएंगी। साथ ही प्रत्येक बेटी को शादी के दौरान 75 हजार की धनराशि प्रदान की जाएगी। इनमें पांच-पांच हजार वर-वधू के कपड़ों के लिए मिलेंगे। इसके अलावा शादी पर होने वाला पूरा खर्च स्वयं विभाग उठाएगा। शादी के लिए बेटी के पंजीकृत श्रमिक पिता को आवेदन करना होगा।

यह होगी पात्रता, जल्द शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया

बेटी की शादी के लिए आवेदन करने वाले श्रमिक का पंजीकरण अब सौ दिन पुराना होना चाहिए। जबकि अभी तक एक साल पुराना पंजीकरण होने पर ही बेटी के पिता आवेदन कर सकते थे। बेटी की आयु 18 व दूल्हे की आयु 21 वर्ष हो। मेरठ में अप्रैल के द्वितीय सप्ताह में पहली बार ये सामूहिक शादियां होंगी। इसके लिए जल्द ही आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी।

दो लाख श्रमिक पंजीकृत

उप श्रमायुक्त कार्यालय के तहत मेरठ व बागपत जिला आता है। इन दोनों जिलों में दो लाख से अधिक श्रमिक पंजीकृत हैं। मेरठ में अप्रैल के द्वितीय सप्ताह में पहली बार सामूहिक शादियां होंगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई हैं। शादी के दौरान मिलने वाली सहायता राशि भी बढ़ा दी गई है।

इनका कहना है

मेरठ में अप्रैल के द्वितीय सप्ताह में पहली बार सामूहिक शादियां होंगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई हैं। शादी के दौरान मिलने वाली सहायता राशि भी बढ़ा दी गई है।

- दीप्तिमान भट्ट, उप श्रमायुक्त मेरठ। 


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