Sampoorn Samadhan Divas: मेरठ में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन, अफसरों ने सुनीं फरियादियों की समस्या
Sampoorn Samadhan Divas मेरठ में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को पारदर्शिता के साथ समय से फरियादियों की समस्या के समाधान के निर्देश दिए। इस मौके पर कई लोगों की समस्याओं को सुना गया।
मेरठ, जेएनएन। Sampoorn Samadhan Divas मेरठ में आज शनिवार को तहसीलों पर संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। सरधना तहसील सभागार में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस पर डीएम व एसएसपी ने फरियादियों की समस्या सुनी। इस दौरान डीएम ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को पारदर्शिता के साथ समय से फरियादियों की समस्या के समाधान के निर्देश दिए। इस मौके पर कई लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं।
ये समस्याएं रखीं गईं
संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन डीएम केबालीजी के अध्यक्षता में हुआ। फरियादी भी समय से पहुंचने शुरू हो गए थे। इस दौरान फरियादियों ने डीएम और एसएसपी के समक्ष कब्जा मुक्त, कानूनी कार्रवाई व पैमाइश आदि को लेकर समस्या रखी। वहीं, चर्च के फादर सासिन बाबू, सेट जेवियर्स के डायरेक्टर ठाकुर प्रतीश सिंह व सरधना व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज जैन आदि भी डीएम व एसएसपी से मिले।
ये रहे मौजूद
उन्होंने बताया कि आगामी 13 नवंबर को चर्च में कृपाओं की माता का मेले का आयोजन होगा। उन्होंने मेले में सरकार द्वारा जारी कोरोना से बचाव को गाइडलाइन का पालन कर अनुमति की मांग की। बीडीओ सुनीत कुमार, सीओ आरपी शाही, सीएचसी प्रभारी डा. अमित त्यागी आदि मौजूद रहे।
मवाना में भी तहसील दिवस
मवाना : दशहरा पर्व के बाद शनिवार को तहसील दिवस पड़ा। समस्या सुनने के लिए जिला मुख्यालय से एडीएम सत्यप्रकाश, एसपी देहात केशव मिश्रा तहसील सभागार में पहुंचे। इनके अलावा कमलेश गोयल, व अपर न्यायिक तहसीलदार भी फरियादियों को सुन रहे हैं। हालांकि शुरु में फरियादियों की आमद कम हुई, लेकिन दोपहर से इसमें इजाफा होने लगा।
सुनी गई समस्याएं
शनिवार को तहसीलदार दिवस पर सुबह दस बजे एसडीएम कमलेश गोयल व अपर न्यायिक तहसीलदार रामचंद्र व संबंधित विभागों के अधिकारी तहसील सभागार में पहुंच गये थे। इनके बाद एसपी देहात केशव मिश्रा भी दिवस अधिकारी के रूप में तहसील पहुंच गये। इसके बाद समस्या सुनने का सिलसिला शुरू हो गया। लगभग 11 बजे तक 15 से 20 लोग ही अपनी समस्या रख पाए, लेकिन ग्यारह बजे के बाद समस्या रखने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई।