Samajwadi Awas Yojana : मेरठ में कंपनी निदेशक का नाम निकालने पर सवाल, एक्टर नसीरूद्दीन शाह की बहनों से भी हुई थी ठगी
समाजवादी आवास योजना में सस्ते फ्लैट देने के नाम पर तीन साल पहले ठगी के 45 मुकदमे दर्ज हुए थे। उन मुकदमों में से आरवंश कलर सिटी के निदेशक अनुराग गर्ग का नाम निकाल दिया गया है। विवेचक राकेश पुंडीर की यह कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है।
मेरठ, जेएनएन। Samajwadi Awas Yojana प्रदेश में समाजवादी आवास योजना में सस्ते फ्लैट देने के नाम पर तीन साल पहले ठगी के 45 मुकदमे दर्ज हुए थे। उन मुकदमों में से आरवंश कलर सिटी के निदेशक अनुराग गर्ग का नाम निकाल दिया गया है। विवेचक राकेश पुंडीर की यह कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है। शीर्ष अफसर भी इस पर संज्ञान लेने जा रहे हैं। वहीं, एसपी क्राइम ने घटनाक्रम से पल्ला झाड़ लिया है। एसपी क्राइम स्वीकार कर रहे हैं कि मुकदमे से अनुराग का नाम निकाला जा चुका है। उनका कहना है कि सीओ से भी जानकारी की गई। विवेचक ने केस डायरी में अनुराग के नाम निकालने के पर्चे काट दिए हैं, पर अभी केस डायरी सीओ कार्यालय नहीं पहुंची है। केस डायरी आने के बाद जांच की जाएगी। यदि गलत तरीके से नाम निकाला गया है, तो दोबारा विवेचना कराई जाएगी। बता दें कि अनुराग का नाम निकालने के लिए सत्यवीर से विवेचना लेकर राकेश पुंडीर को दी गई थी। खास बात यह है कि इस आवास योजना में बॉलीवुड फिल्म अभिनेता नसीरूद्दीन शाह की दो चचेरी बहनें अमीना शाह और इशरत सुल्ताना भी ठगी का शिकार हुर्ई थीं।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
एमएलसी डा. सरोजिनी अग्रवाल के पति डा. ओमप्रकाश अग्रवाल, उनकी बेटी डा. नीमा अग्रवाल, सिल्वर सिटी कंपनी के डायरेक्टर रवि रस्तोगी, शास्त्रीनगर निवासी अनुराग गर्ग डायरेक्टर आरवंश कलर सिटी, आलोक रस्तोगी, पूनम प्रताप, अखिलेश चौहान और मनमोहन सपरा के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी, 323, 506 में मुकदमा दर्ज हुआ था। डा. ओमप्रकाश अग्रवाल, डा. नीमा अग्रवाल, मनमोहन सपरा, पूनम प्रताप को पूर्व में ही क्लीन चिट दे दी गई थी। अखिलेश चौहान और रवि रस्तोगी पर पहले ही आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल हो चुका है। आलोक रस्तोगी के कोर्ट से वारंट जारी हो चुके हैं। अनुराग गर्ग अभी इस मामले में फरार थे। विवेचक राकेश पुंडीर ने अनुराग का नाम मुकदमे से निकाल दिया है।
यह था मामला
डा. ओपी अग्रवाल और डा. नीमा अग्रवाल ने समाजवादी आवास योजना के तहत फ्लैट निर्माण की योजना बनाई थी। सपा सरकार में दौराला-लावड़ मार्ग स्थित कलर सिटी कंपनी ने फ्लैट बनाने शुरू किए थे। इसका शुभारंभ सपा सांसद तेज प्रताप सिंह ने किया था। योजना में निवेशकों से करोड़ों रुपये ठग लिए गए थे। इसमें फिल्म अभिनेता नसीरूद्दीन शाह की दो चचेरी बहनें अमीना शाह और इशरत सुल्ताना भी ठगी का शिकार हुर्ई थीं। प्रोजेक्ट निर्माण का जिम्मा आरवंश कलर सिटी कंपनी को दिया था। लोगों से रकम लेकर मकान नहीं दिया गया। करीब 450 सौ लोगों के साथ धोखा हुआ था। दौराला और इंचौली थाने में कोर्ट के आदेश पर 45 मुकदमे दर्ज कराए जा चुके हैं। हालांकि डा. सरोजिनी अग्रवाल और उनके पति की कंपनी प्रतीक बिल्डकान के पास जमीन थी। आरवंश कलर सिटी से उनका एमओयू हुआ था। आरवंश कलर सिटी ने उनके नाम और जमीन का इस्तेमाल करके निवेशकों से पैसा लिया और फिर प्रोजेक्ट बनाने से हाथ खींच लिए। 27 अप्रैल 2018 को मेरठ में ही एक मुकदमा आरवंश कलर सिटी के प्रतिनिधियों के खिलाफ दर्ज कराया गया था। मुकदमे का वादी भी डा. सरोजिनी अग्रवाल का पारिवारिक सदस्य है।
इनका कहना है
समाजवादी आवास योजना के फर्जीवाड़े में दर्ज हुए मुकदमे का मामला अभी संज्ञान में नहीं है। मुकदमे से किस आधार पर नाम निकाला गया है। इसकी जांच कराई जाएगी। यदि साक्ष्य सही नहीं मिले तो दोबारा विवेचना कराई जाएगी।
- राजीव सभरवाल, एडीजी जोन