भारती के भाल, मां सरस्वती के लाल तुम्हें शत-शत नमन
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर शुक्रवार रात कवि व गीतकार कुमार मुनीश अक्स के आफिशियल पेज काव्य ब्रह्मास्त्र पर अटल काव्यांजलि का आयोजन किया गया।
मेरठ, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर शुक्रवार रात कवि व गीतकार कुमार मुनीश अक्स के आफिशियल पेज काव्य ब्रह्मास्त्र पर अटल काव्यांजलि का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने काव्य पाठ के माध्यम से अटल जी को नमन किया।
डा. ज्योति उपाध्याय गाजियाबाद ने पढ़ा-
अटल बिहारी मेरे नेता थे वो प्यारे मेरे, देश को मिला था कोहिनूर वो महान है
राष्ट्र की बातें बताते दिलों में भाव जगाते, उनके दोनों रूपों का हुआ गुणगान है।
मनीषा सक्सेना हरियाणा ने रचना में पढ़ा-
अटल था नाम उनका और बातें थीं अटल उनकी, रहे खुद भी समर्पित और ये थी जा सकल उनकी
जिन्हें माना जिन्हें पूजा सराहा हर किसी दल ने, हुई हर कल्पना साकार, राहें भी सफल उनकी।
दीपा गुप्ता दिल्ली ने कव्य पाठ में कहा कि-
अपने हर वादे पर हमेशा अटल रहे अटल, जिनके जीवन काल में खूब खिला फूला कमल।
काव्य और राजनीति की मिसाल बन कर रहे सदा, जिन को याद कर आज भी नेत्र हो उठते सजल।
शशि श्रेया लखनऊ ने अपनी रचना कुछ इस तरह प्रस्तुत की
भारती के भाल, मां सरस्वती के लाल, हे सुशासन की ढाल, तुम्हें सतत नमन है।
सत्यता की राह, देश भक्ति के प्रवाह, प्रेम सागर अथाह, तुम्हे सतत नमन है।
नेहा सोनी दातिया मध्य प्रदेश काव्य पाठ करते पढ़ा-
जिसके कण-कण में है वास गोविद का, बनके चंदन जो रघुवर की भाल सजे।
जिसने मणिकर्णिका, महाराणा जने, हां उसी देश की एक बेटी हूं मैं
प्रीति पाण्डेय प्रतापगढ़ ने रचना कुछ इस तरह पेश कि
जान थे लुटाते प्रीति कवियों मनीषियों को, सबके चहेते नेता बड़े सुविचारी थे।
देशप्रेमियों के लिए प्रेम के संदेश थे जो, देश के विरोधियों के लिए वो कटारी थे।
अध्यक्षता दीपा गुप्ता ने की और संचालन डा ज्योति उपाध्याय ने किया। कार्यक्रम देर रात तक चला। गौरव विवेक, कमल धमीजा, पूजा अरोरा, प्रज्ञा वाजपई, मनीषा जौशी, सुमित्रा आहूजा,विनीता पांचाल, नीरू श्रीवास्तव, राखी कुलश्रेष्ठ, डॉ अनिता त्यागी, दिव्या दूबे नेह, सरिता जैन, प्रिया श्रीवास्तव, निशा नवल, स्वाति सुरीली, कोमल वाणी कवि कुल समेत अन्य दर्शकों की भारी भीड़ भी अंत तक जुटी रही।