पढ़ाई के दौरान ही पाल रहा था सलमान आतंकी मंसूबे, बागपत में इंस्टीट्यूट का स्टाफ है सकते में
सलमान खुर्शीद वानी पढ़ाई के दौरान वेस्ट यूपी में रहकर अपने आतंकी मंसूबों को अंजाम देने में लगा था। हालांकि इसका आभास पढ़ाई के दौरान इंस्टीट्यूट के स्टाफ को भी नहीं हुआ।
बागपत, जेएनएन। सलमान खुर्शीद वानी पढ़ाई के दौरान वेस्ट यूपी में रहकर अपने आतंकी मंसूबों को अंजाम देने में लगा था। हालांकि इसका आभास पढ़ाई के दौरान इंस्टीट्यूट के स्टाफ को भी नहीं हुआ, अब एटीएस द्वारा उसके बारे में जुटाई जा रही जानकारियों से इंस्टीट्यूट का स्टाफ सकते में है। उधर, एएसपी अनीत कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच एटीएस कर रही है। आतंकी के संबंध में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है।
गत दिनों बागपत के स्यादवाद जैन एजुकेशन एंड सोशल ट्रस्ट में पढऩे वाले सलमान खुर्शीद वानी को देश की खुफिया एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने बागपत आकर उसके बारे में इंस्टीट्यूट से जानकारी जुटाई थी। एटीएस ने इंस्टीट्यूट के स्टाफ से क्या-क्या इनपुट लिया। इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है, लेकिन अभी तक एटीएस की जांच इस और इशारा कर रही है कि पढ़ाई के दौरान सलमान शांत रह कर अपने आतंकी मंसूबों का अंजाम दे रहा था। अभी एटीएस सलमान से जुड़े लोगों और बरेली से पकड़े गए इमानमुल हक की सोशल मीडिया पर हुए चेटिंग के बारे में जानकारी जुटा रही है। उधर, स्यादवाद जैन एजुकेशन एंड सोशल ट्रस्ट के चेयरमैन नगेंद्र गोयल का कहना था कि पढ़ाई को दौरान सलमान शांत रहता था और छात्रों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करता था। एक-दो घंटे से अधिक वह कभी इंस्टीट्यूट से बाहर नहीं रहा।
कौन है सलमान खुर्शीद वानी
इंस्टीट्यूट के रिकार्ड के मुताबिक जम्मू के जिला रामबन के बनिहाल का रहने वाला है सलमान। उसका जन्म चार नवंबर 1994 को हुआ था। उसके पिता नाजिर अहमद और माता खालिदा बेगम है। उसके एक छोटा भाई शाहिद वानी और बहन निदा बानो है। पिता खेती करते हैं।