Move to Jagran APP

सहारनपुर : मौलाना अरशद मदनी का बड़ा बयान, कृषि कानूनों की तरह सीएए भी हो समाप्त

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कृषि कानूनों की वापसी को किसानों के धैर्य और शांतिपूर्ण आंदोलन की जीत बताया है। साथ ही सरकार से नागरिकता संशोधन कानून को भी वापस लेने की मांग की है।

By Parveen VashishtaEdited By: Published: Fri, 19 Nov 2021 07:39 PM (IST)Updated: Fri, 19 Nov 2021 07:39 PM (IST)
सहारनपुर : मौलाना अरशद मदनी का बड़ा बयान, कृषि कानूनों की तरह सीएए भी हो समाप्त
मौलाना अरशद मदनी का बड़ा बयान, कृषि कानूनों की तरह सीएए भी हो समाप्त

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद अब जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को भी समाप्त करने की मांग उठाई है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कृषि कानूनों की वापसी को किसानों के धैर्य और शांतिपूर्ण आंदोलन की जीत बताया। साथ ही सरकार से सीएए को भी वापस लेने की मांग की।

prime article banner

लोकतंत्र और लोगों की शक्ति सर्वोपरि

शुक्रवार को देवबंद में जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि कृषि कानून वापसी के फैसले ने यह साबित कर दिया है कि लोकतंत्र और लोगों की शक्ति सर्वोपरि है। जो लोग सोचते हैं कि सरकार और संसद अधिक शक्तिशाली हैं, वह बिल्कुल गलत हैं। जनता ने एक बार फिर किसानों के रूप में अपनी ताकत का परिचय दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस आंदोलन की सफलता यह भी सीख देती है कि किसी भी जन आंदोलन को जबरदस्ती कुचला नहीं जा सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.