सोशल साइटों पर चांद के उल्टा दिखने की अफवाह, जाने क्या है पूरी सच्चाई Meerut News
रविवार को कई सोशल साइटों पर चांद के उल्टा दिखने की अफवाह चली तो कुछ लोगों ने इसे हकीकत भी मान लिया। इस बात का खंडन विज्ञान के जानकारों ने किया है।
मेरठ, जेएनएन। रविवार को कई सोशल साइटों में चांद का उल्टा दिखने का फोटो वायरल होता रहा। जिसे कई लोगों में अनिश्चतता का भाव दिखा। चांद का उल्टा दिखने को कुछ लोग अपशकुन भी मानने लगे। हालांकि विज्ञान के जानकार ने इसे अफवाह बताया।
रविवार को चांद उल्टा दिखने का फोटो दोपहर में सोशल साइटों पर खूब वायरल हुआ। फर्जी वायरल मैसेज को लेकर कई तरह की चर्चा भी शुरू होने लगी। इस विषय में पड़ताल करने पर जिला विज्ञान समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि चांद उल्टा दिख रहा है ऐसा कोई भ्रम नहीं है। चांद केवल अपनी कलाओ में गति करता है। जिसकी वजह से चांद उलटा या सीधा दिखयाई देता है। चांद अपने चक्र के अनुसार ही दिखता है। उन्होंने बताया कि चांद पृथ्वी के चारो तरफ अपनी अक्षांश पर घूमता हुआ चक्कर लगाता है। यह चक्कर 29.5 दिन में पूरा कर लेता है।
24 मार्च को चांद पृथ्वी और सूरज के बीच होने के कारण बिलकुल नहीं दिख रहा था। इस रात को अमावस्या की रात भी कहा जाता है। कुछ लोग इसे न्यू मून भी कहते हैं। एक अप्रैल तक यह प्रथम चरण में रहेगा। जिसे हम अर्ध चंद्र के नाम से जानते हैं। आठ अप्रैल को चांद गति करते हुए ऐसी जगह होगा जब प्रथ्वी सूरज और चांद के बीच होगी। आठ अप्रैल तक चांद जमीन से दाहिने तरफ वाला हिस्सा चमकता दिखेगा। फिर नौ से 22 अप्रैल के बीच बाएं तरफ वाला हिस्सा चमकता दिखेगा। 23 अप्रैल को अंधेरी रात होगी। जिस दिन चांद नहीं दिखाई देता है है। इस न्यू मून डे पर चांद सूरज के उदय होने के साथ साथ ही उदय होता है। सूरज अस्त होने के साथ ही साथ अस्त होता है। जब चंद्र अर्ध चंद्र के रूप में दिखाई देखा उस दिन यानी एक अप्रैल को चंद्रमा दोपहर के समय उदय होगा। यह चंद्रमा की सामान्य प्रक्रिया है। जो लगातार चलती रहती है।
बेसिक विद्यालयों के 102 शिक्षक तलाश करेंगे कोरोना के मरीज
मेरठ : मेरठ शहर तथा विभिन्न नगर पालिका और नगर पंचायतों के नगर क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात चिकित्सकों की मदद के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में तैनात 102 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। ये शिक्षक सर्वे करके बुखार तथा कोरोना पीड़ति लोगों को खोजने में स्वास्थ्य विभाग की मदद करेंगे।