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कानून के विद्यार्थियों की भूमिका चुनाव में अहम

भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जिस पर पूरी दुनिया की नजर रहती है। कौन प्रधानमंत्री बनेगा, इसका सभी को इंतजार रहता है। भारतीय चुनाव में कानून के छात्रों का विशेष योगदान रहता है। यह कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता डा. अभिषेक आत्रेय का।

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Oct 2018 10:00 PM (IST)Updated: Sun, 07 Oct 2018 10:00 PM (IST)
कानून के विद्यार्थियों की भूमिका चुनाव में अहम
कानून के विद्यार्थियों की भूमिका चुनाव में अहम

मेरठ : भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जिस पर पूरी दुनिया की नजर रहती है। कौन प्रधानमंत्री बनेगा, इसका सभी को इंतजार रहता है। भारतीय चुनाव में कानून के छात्रों का विशेष योगदान रहता है। हमारे देश की सबसे बड़ी समस्या है कि करीब दो हजार सांसद और विधायक देश की राजनीति को बदल देते हैं। यह कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता डा. अभिषेक आत्रेय का। जो चौ. चरण सिंह विवि के विधि विभाग में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।

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भारत में निवार्चन प्रक्रिया विषय पर बोलते हुए डा. आत्रेय ने कहा कि तमाम कमियों के बाद भी भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जिसका पूरा विश्व अनुकरण करना चाहता है। प्रो. अर्चना शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो राजनीति चलती है। इस पर गहराई से सोचने की आवश्यकता है। सोशल मीडिया का राजनीति पर व्यापक असर पड़ रहा है। भारत विश्व की छठी सबसे बड़ी आर्थिक अर्थव्यवस्था है। अपने देश में राजनीतिक पार्टियां पूरी तरह से मतदाताओं को प्रभावित करती हैं। अध्यक्षता कर रहे चीफ वार्डन प्रो. पीके शर्मा ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन होना जरूरी है। उन्होंने देश के विकास के लिए जातिगत राजनीति को सबसे बड़ी बाधा बताया। सेमिनार में डा. विवेक कुमार ने रिपोर्ट प्रस्तुत किया। डा. योगेंद्र शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। विधि विभाग के निदेशक प्रो. सत्यप्रकाश, काशीराम शोधपीठ के निदेशक प्रो. दिनेश कुमार, डा. प्रशांत कुमार, डा. धनपाल, डा. शिखा, डा. मनोज श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

'अपनी हाट' में दिखेगा छात्रों का हुनर

मेरठ : डिग्री कॉलेजों के विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान उनके हुनर को भी बाहर लाने की कोशिश की जा रही है। मेरठ और सहारनपुर मंडल के डिग्री कॉलेजों में छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 'अपनी हाट' स्थापित होगी। इसके लिए कॉलेजों के प्रिंसिपल को निर्देश दिए गए हैं।

कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के अलावा उनके हुनर को विकसित करने पर कम ध्यान दिया जा रहा है। जबकि छात्र पढ़ाई के अलावा भी अपनी प्रतिभा को दिखा सकते हैं। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. राजीव गुप्ता ने इसके लिए एक नई पहल की है। उन्होंने सभी कॉलेजों में 'अपनी हाट' स्थापित करने के लिए कहा है। इससे छात्रों का आत्मविश्वास को बढ़ाने का मौका मिलेगा। कॉलेजों को इसके लिए छात्रों को प्रेरित करने के लिए कहा गया है। अपनी हाट के माध्यम से छात्र आगे चलकर कुटीर उद्योग लगाने की दिशा में भी कदम बढ़ा सकते हैं।


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