पश्चिम में अलर्ट के बाद से रो¨हग्या मुसलमान लापता
इनपुट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी किया हाईअलर्ट, तीन दिन पूर्व अल्लीपुर जिजमाना से लापता हैं रो¨हग्या।
जासं, मेरठ। रो¨हग्या मुसलमान देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। खुफिया रिपोर्ट और सुरक्षा एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद केंद्रीय गृहमंत्रालय ने देशभर अलर्ट जारी कर दिया है। इसी बीच पउप्र के अल्लीपुर जिजमाना गांव में रह रहे 26 सदस्य एकाएक लापता हो गए हैं। खुफिया तंत्र सक्रिय हो गया है।
म्यामार से भारत में शरण लेने आए 893 रो¨हग्या मुसलमान उप्र में आकर लापता हो गए थे, जिसके बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद प्रदेश में इनकी खोजबीन कराई गई तो 307 रो¨हग्या चिह्नित कर लिए गए। इनमें से 19 लोग मेरठ जिले के गाव अल्लीपुर जिजमाना में पाए गए। वर्तमान में इनकी संख्या 26 तक पहुंच गई थी, लेकिन तीन दिन पूर्व अचानक सभी रो¨हग्या गांव छोड़कर चले गए। इसके पीछे तमाम तर्क दिए जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह लोग मीट फैक्ट्रियों में काम करते थे। यहां फैक्ट्रियां बंद हो गई तो वह यहां से चले गए। कुछ का दावा है कि बुलंदशहर में हुए इज्तिमा के बाद से ही इनके जाने की तैयारी हो रही थी, परंतु इंटेलीजेंस अपने नजरिए से इनके पलायन को देख रही है। सीधेतौर पर इसे देश की आंतरिक सुरक्षा से जोड़ा जा रहा है।
राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में हो सकते हैं शामिल
इनपुट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय का मानना है कि रो¨हग्या गैरकानूनी तरीके से रह रहे हैं। वह आप्रवासी सुरक्षा व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकते हैं। फर्जी दस्तावेज तैयार करने, मनी लॉड्रिंग व अन्य राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं। फर्जी वोटर कार्ड और पैन कार्ड तक बनवाने के मामले सामने आए हैं।
26 में से अधिकांश की एक जन्मतिथि
सूत्रों की मानें तो अल्लीपुर से लापता हुए 26 रो¨हग्या की जन्मतिथि एक जनवरी है। कई माह पूर्व यह तथ्य सामने आया तो खुफिया तंत्र लगातार नजर बनाए रहा। पिछले दिनों इनके फिंगर प्रिंट लिए गए तो भी वह फरार हो गए थे और मात्र तीन के फिंगर प्रिंट लिए जा सके। टीम जाते ही सारे रो¨हग्या वापस लौट गए। फिलहाल यह कहां गए हैं, इसकी किसी को भी जानकारी नहीं है।
ये दिए निर्देश
गृह मंत्रालय ने उप्र समेत तमाम राज्य सरकारों को निर्देश दिए कि इनकी प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जाए। इनमें नाम, जन्मतिथि, राष्ट्रीयता, जन्मस्थान के अलावा बायोमेट्रिक परीक्षण किया जाए और निजी जानकारी का ब्योरा रखा जाए।
अल्लीपुर जिजमाना की ग्राम प्रधान आबिदा का कहना है कि गांव से रो¨हग्या जा चुके हैं। मीट फैक्ट्रियां बंद होने से उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ गया था। एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि खुफिया तंत्र सक्रिय किया गया है। वह कहां और क्यों गए हैं, इसकी जांच कराई जाएगी।