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Robot In Cantt Board: मिलिए मेरठ कैंट बोर्ड के रोबोट से, यह पहुंचा रहा फाइलें और करता है सैनिटाइज भी Meerut News

मेडिकल साइंस के लिए अबूझ पहेली बने कोरोना से बचाव ही इसका इलाज है। मेरठ कैंट बोर्ड ने ऐसा रोबोट तैयार किया है जो फाइलों को सैनिटाइज करके अधिकारियों की टेबल पर पहुंचा देता है।

By Prem BhattEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 09:47 AM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 09:47 AM (IST)
Robot In Cantt Board: मिलिए मेरठ कैंट बोर्ड के रोबोट से, यह पहुंचा रहा फाइलें और करता है सैनिटाइज भी Meerut News
Robot In Cantt Board: मिलिए मेरठ कैंट बोर्ड के रोबोट से, यह पहुंचा रहा फाइलें और करता है सैनिटाइज भी Meerut News

मेरठ, [विवेक राव]। Robot In Cantt Board मेडिकल साइंस के लिए अबूझ पहेली बने कोरोना से बचाव ही इसका इलाज है। मेरठ कैंट बोर्ड ने ऐसा रोबोट तैयार किया है, जो फाइलों को सैनिटाइज करके अधिकारियों की टेबल पर पहुंचा देता है। यानी, एक से दूसरे हाथ में फाइल गुजरने से संक्रमण का खतरा बिल्कुल खत्म। इसकी प्रोग्रामिंग से लेकर साफ्टवेयर और डिजाइन तक सारा काम कैंट बोर्ड के इंजीनियरिंग विभाग ने ही किया है। खास बात यह कि इसे बनाने में महज सात हजार रुपये खर्च हुए हैं।

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ताक‍ि संक्रमण से बचा जा सका

कोविड 19 के चलते छावनी क्षेत्र में कई क्षेत्र हॉट स्पाट बने हैं। छावनी परिषद कार्यालय के कर्मचारियों की ड्यूटी हॉट स्पाट इलाकों में भी लगी हुई है। ऐसे में छावनी के लोगों की डाक और कार्यालयों की फाइलों को एक से दूसरे हाथ तक पहुंचने में संक्रमण का खतरा रहता है। इससे निपटने के लिए सीईओ ने आटोमैटिक सिस्टम बनाने को कहा था।

ऐसी है कार्यप्रणाली

रोबोट अभी एक बॉक्स की शक्ल में है। इसे सेंसर और सॉफ्टवेयर से जोड़ा गया है। रोबोट के बॉक्स में अल्ट्रा वायलेट लाइट लगाई गई हैं। अल्ट्रावायलेट लाइट से फाइल भी चलते-चलते सैनिटाइज हो जाती है। रोबोट की प्रोग्रामिंग इस तरह से की गई है कि यह कार्यालय अधीक्षक के आफिस से फाइल को उठाकर सीईओ के कार्यालय में ले जाता है। सीईओ के पास फाइल ले जाकर वह तीन बार आवाज लगाता है। इसी के साथ बाक्स खुल जाता है। इसमें रखी फाइल को निकालने के बाद उसके सेंसर को इशारा किया जाता है तो यह फिर वापस मुड़कर अधीक्षक के कक्ष में दूसरी फाइल लेने चला जाता है।

एक महीने की मेहनत

विभाग के सहायक अभियंता पीयूष गौतम ने दो बाहरी तकनीकी सहायक देवेंद्र और संत कुमार के सहयोग से एक महीने लगातार प्रयोग करके वर्किंग रोबोट बनाया है। तीन दिन से रोबोट ही कार्यालय में फाइलों को इधर से उधर पहुंचा रहा है।

इनका कहना है संक्रमण से बचाव के लिए कार्यालय से बाहर सैनिटाइजर मशीन और मोबाइल सैनिटाइजर मशीन लगी है। कार्यालय में फाइलें एक से दूसरे हाथ में पहुंचने के कारण संक्रमण का खतरा रहता है। इसी के चलते रोबोट बनाया गया है। रोबोट फाइल को सैनिटाइज करके लाता है। इसे बनाने की लागत बेहद कम है। इनोवेशन को आगे बढ़ाया जाएगा।

- प्रसाद चव्हाण, सीईओ, कैंट बोर्ड


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