रोबो वार का हीरो डेथ मशीन रोबोट
मेरठ : मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिय¨रग एंड टेक्नोलॉजी में चल रही रोबोचैंप्स प्रतियोगिता क
मेरठ : मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनिय¨रग एंड टेक्नोलॉजी में चल रही रोबोचैंप्स प्रतियोगिता के दूसरे दिन शनिवार को रोबोवार आकर्षण का केंद्र रहा। रोबोवार प्रतियोगिता में ग्राफिक एरा कालेज देहरादून के छात्रों ने वायरलेस रोबोट को मैदान में उतारा। डेथ मशीन नामक यह रोबोट देश भर से आए छात्रों में चर्चा का विषय रहा जो रिमोट से संचालित हो रहा था। डेथ वॉरियर्स टीम द्वारा बनाए गए इस रोबोट का वजन 18 किलो है। एक किलोमीटर तक की रेंज वाले इस रोबोट की स्पीड सात मीटर प्रति सेकेंड है। इसका यही गुण इस रोबोट को अच्छा अटैककर बनाता है। एक बार चार्ज करने पर एक फाइट पूरी करता है। इसके निर्माण में सेना के टैंक में लगने वाली धातु का इस्तेमाल किया गया है।
रोबोवार के लिए विशेष घेरा
रोबोट बनाने में इस्तेमाल कल पुर्जे अक्सर लड़ाई के दौरान छिटक कर बाहर छात्रों को लगते हैं। ऐसी किसी भी घटना से छात्रों को सुरक्षित करने के लिए रोबोवार का सुरक्षा कवच विशेष तौर पर मुंबई से मंगाया गया है। रोबोवार एरिना को चारों ओर से से सुरक्षित किया गया है। डेथ मशीन ने अपने सभी प्रतिद्वंद्वी रोबोट्स को धूल चटा दी और ¨रग का किंग बनकर उभरा।
अन्य प्रतियोगिताएं हुई कठिन
रोबोचैंप्स में रोबोवार के अलावा रोबोरेस, रोबो सॉकर, एंफीबोट, हैकट्रॉनिक्स, सिल्करूट, रिसोचेट, प्रोजेक्ट एक्सपो आदि में प्रतिभागियों के लिए प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी बढ़ गया है। इस अवसर पर फैकल्टी कोआर्डिनेटर अरविंद कुमार पांडे, प्रमोद सिंह, मोहिनी सिंह और स्टूडेंट कोआर्डिनेटर अनु सिरोही, तैयब अहमद, अनुष्का सिसोदिया आदि उपस्थित रहे।
छात्रों ने सीखा आग से बचाव
मेरठ : महावीर इंटरनेशनल स्कूल में फायर ड्रिल कराया गया। आग लगने पर कैसे बचाव किया जाता है, इससे छात्र-छात्राओं को अवगत कराया गया। इस दौरान फायर सिलेंडर का उपयोग करना भी बताया गया। प्रधानाचार्य नरेश कुशवाह ने कहा कि खुद की सुरक्षा के साथ हमें दूसरों की सुरक्षा के लिए भी सदैव तत्पर रहना चाहिए।