RLD के बड़े नेता ने छोड़ी पार्टी, कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें; जयंत चौधरी की खामोशी पर उठाए सवाल
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. मेराजउद्दीन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है । उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं। उन्होंने रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी पर अपने दादा और पिता की विचारधारा से भटकने का आरोप लगाया है। किसानों दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार करने वाली पार्टियों से हाथ मिलाने का आरोप लगाया है ।
जागरण संवददाता, मेरठ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव डा. मैराजउद्दीन ने पद और पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। कांग्रेस, सपा और रालोद में अपनी राजनीतिक पारी खेलने वाले डा. मैराजउद्दीन के कांग्रेस में शामिल होने की अटकले लग रही हैं।
वह आल इंडिया कांग्रेस कमेटी कार्यसमिति के सदस्य रह चुके हैं। हालांकि उन्होंने अभी इस तरह के किसी निर्णय से इंकार किया। हालांकि यह जरूर कहा कि उनके पिता पद्मश्री हकीम सैफुद्दीन आजीवन कांग्रेस में रहे। कांग्रेस से उनका पुराना नाता रहा है। 2017 में पूर्व केंद्रीय मंत्री उन्हें रालोद में लेकर आए थे।
जयन्त पर विचार धारा से भटकने का आरोप
इसके पहले 1998 में उन्होंने चौधरी अजित सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव सपा के टिकट पर लड़ा था। जिसमें भाजपा के डा. सोमपाल शास्त्री ने अजित सिंह को हराया था। प्रदेश सरकार में पूर्व सिंचाई मंत्री डा. मैराजउद्दीन ने रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार जयन्त चौधरी पर अपने दादा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह की विचार धारा से भटकने का आरोप लगाया है।
किसानों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ जिन पार्टियों ने अत्याचार किया और जिनके साथ वह कभी न जाने की बात किया करते थे, लेकिन सत्ता के लालच में आ कर उन्हीं के साथ हाथ मिला लिया है। आज भी देश में किसानों, दलितों और अल्पसंख्यकों पर ज्यादती हो रही है लेकिन जयन्त चौधरी खामोश हैं। डा. मैराजउद्दीन ने कहा वह यह सहन नहीं कर सकते इसलिए पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे रहे हैं।
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