बच्चियों का यौन शोषण करने वाला रिटायर्ड एलआइसी अफसर गिरफ्तार
यह सनसनीखेज और शर्मनाक है। 62 साल के रिटायर्ड एलआइसी अफसर द्वारा मासूम बच्चियों के साथ यौन शोषण की वारदात का राजफाश हुआ है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
मेरठ,जेएनएन। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छेड़छाड़,दुष्कर्म और महिला उत्पीड़न की वारदात आए दिन सुर्खियां बनती रहती हैं। ताजा मामला बेहद सनसनीखेज है। 62 साल के रिटायर्ड एलआइसी अफसर द्वारा मासूम बच्चियों के साथ यौन शोषण की वारदात का राजफाश हुआ है। गुरुवार की सुबह पुलिस ने आरोपित को उसके आवास से दबोच लिया। यौन शोषण के अश्लील फोटो सार्वजनिक करने वाले सीसीटीवी कैमरा संचालक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित घर में काम करने वाली बच्ची और युवतियों को अपनी हवस का शिकार बनाता था।
पत्नी की हो चुकी है मौत
आरोपित विमल चंद करील मूलरूप से उन्नाव का रहने वाला है। वह हाल में मेडिकल थाने के जागृति विहार में रहता है। उसका एक भाई गाजियाबाद में प्रसिद्ध डाक्टर है। दूसरा भाई रिटायर्ड इंजीनियर है। विमल चंद का दामाद अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। 2015 में उसकी पत्नी संतोष की मौत हो चुकी है,तब से विमल चंद अकेला ही कोठी में रहता था। गतवर्ष नवंबर माह में उसने अपनी कोठी को सीसीटीवी कैमरों से कवर्ड कराया।
सीसीटीवी कैमरों से खुला राज
एसपी सिटी अखिलेश नारायण के मुताबिक,सीसीटीवी कैमरे उसके घर पर कसेरू बक्सर के रहने वाले आशू कश्यप ने लगाए थे। आशू को सभी कैमरे का इंटरनेट कनेक्ट का पासवर्ड पता था। उसने उक्त कैमरों को अपने मोबाइल पर कनेक्ट कर लिया,जो विमल चंद की प्राइवेसी देखने लगा। उसने देखा कि विमल चंद कोठी के अंदर काम करने के लिए बुलाई जाने वाली बच्चियों को बहला-फुसला कर यौन शोषण करता है।
ऐसे शुरू हुआ ब्लैकमेलिंग का सिलसिला
उसने नवंबर से लेकर जनवरी तक कैमरों की फोटो अपने मोबाइल में सेव कर ली। उसके बाद विमल चंद को मामले की जानकारी दी। उससे इसकी एवज में 25 लाख की रकम मांगी गई। विमल चंद ने रिकार्डिग पैन ड्राइव में लेकर कैमरों को उतार दिया। साथ ही रकम देने से इन्कार कर दिया। मेडिकल पुलिस को जानकारी दी कि आरोपित उसे ब्लैकमेल कर रहा है। तभी पुलिस ने आशू को डांट फटकार कर भगा दिया। उसके बाद आशू ने फोटो को मीडिया में देकर सार्वजनिक कर दिया। इसके बाद मामला अफसरों तक पहुंचा। तत्काल ही विमल और आशू को पुलिस ने पकड़ लिया। दोनों के खिलाफ पुलिस की ओर से मेडिकल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
इनका कहना है
बच्चियों से यौन शोषण करने के आरोप में विमल चंद और ब्लैकमेल करने आरोप में आशू को पकड़ लिया है। दोनों से गहन पूछताछ की जा रही है। मीडिया के माध्यम से दोनों के खिलाफ सबूत भी पुलिस को मिल गए है।
- नितिन तिवारी,एसएसपी मेरठ।
हर जवाब में उलझी कहानी
सवाल पर सवाल और हर जवाब में उलझी हुई कहानी बयां कर रहे थे कप्तान। आरोपितों की गिरफ्तारी के अलावा उनके नाम तक बताने में गुरेज कर रहे थे। यानि हर सवाल का जवाब अधूरा था। कोठी में लगे कैमरों की संख्या तक नहीं बता पाए। यानि जो कुछ पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस में सामने रखा है, उसके पीछे की कहानी बहुत कुछ बयां कर रही है। यहां तक की प्रेसनोट तक वितरण नहीं किया गया, जिस प्रकार के फोटो दिनभर सोशल मीडिया पर वायरल हुए है, वह सेक्स रैकेट की ओर भी इशारा कर रहे है। लग रहा है कि 13 कैमरे लगाकर विमल चंद ऑनलाइन सेक्स को नहीं बेच रहा था। हालांकि महिला की गिरफ्तारी के बाद भी बहुत कुछ साफ हो सकता है।
सेक्स रैकेट की तरफ इशारा
उम्र के इस पड़ाव में बच्चियों और युवतियों के साथ यौन शोषण का मामला सेक्स रैकेट की तरफ इशारा कर रहा है। विमल की कोठी में एक-दो नहीं बल्कि 13 कैमरे लगे थे। पुलिस ने अभी तक छह लड़कियों के साथ यौन संबंध बनाने की जानकारी दी है, जिस प्रकार से वीडियो सोशल मीडिया पर दिनभर वायरल हुई है। उन्हें देखकर लग रहा है कि इस सेक्स रैकेट से शहर के बड़े बड़ों के तार भी जुड़े हो सकते है, क्योंकि विमल चंद एक साथ ही कई बेटियों के साथ यौन शोषण करता नजर आ रहा है।
कई महिलाओं के शामिल होने की आशंका
उससे लग रहा है कि यौन शोषण के साथ सेक्स रैकेट चल रहा था। उसके साथ एक महिला नहीं बल्कि कई महिलाओं को जुड़ाव भी सामने आ रहा है,जो लड़कियों को मुहैया कराती थी। पुलिस सूत्रों की माने तो विमल चंद ने बच्चियों के साथ जो दरिंदगी की है, उसकी वीडियो और फोटो शहर के कई एरिया में मिले है। हालांकि कप्तान नितिन तिवारी दावा कर रहे है कि अभी पूरे मामले की विस्तार से जांच चल रही है। माना जा रहा है कि शुक्रवार को इस मामले में ओर भी मुकदमे में दर्ज किए जाएंगे।
सोशल साइट्स पर पूरा दिन चर्चा में रहा कांड
विमल के फोटो पूरा दिन सोशल मीडिया पर चलते रहे,हर कोई उन बच्चियों को भी देख रहा था,जिनके साथ ऐसा कृत्य हुआ है,जबकि कप्तान उनकी आइडी छिपाने का दावा कर रहे है। अभी तक फोटो वायरल करने के आरोपित पर कार्रवाई तक नहीं की गई है।
बच्चियों को लाने वाली महिला पकड़ से दूर
देर रात ही एसएसपी के संज्ञान में मामला आ गया था। उन्होंने स्वीकार भी किया है। सवाल यह है कि उसके बावजूद भी लड़कियों को मुहैया कराने वाली महिला को पुलिस पकड़ नहीं पाई,जबकि विमल चंद ने सुबह ही गिरफ्तारी के बाद महिलाओं के नाम बता दिए थे। साथ ही उसने छह लड़कियों के नाम भी बताए,जिनमें से तीन नाबालिग है। एसएसपी ने बताया कि महिला ने विमल को सबके सामने समाज सेवी बता रखा था,इसलिए सभी भरोसा कर बेटियों को उसके साथ भेज देती थी।