CBSE परीक्षा रद होने पर मेरठ में मिली यह प्रतिक्रिया : जिनके प्री-बोर्ड अच्छे, वह परीक्षार्थी हैं खुश
जिन छात्रों ने प्री-बोर्ड में ही अच्छा प्रदर्शन किया था और बोर्ड परीक्षा में बहुत अच्छा पेपर नहीं हुआ है वह परीक्षा रद कर प्री-बोर्ड के आधार पर रिजल्ट बनाए जाने से खुश हैं।
मेरठ, जेएनएन। सीआइएससीई ने 10वीं व 12वीं के परीक्षार्थियों को परीक्षा देने अथवा न देने का ऑप्शन पहले ही दे दिया है। अब सीबीएसई ने भी 10वीं की सभी परीक्षा रद करते हुए कक्षा 12वीं के परीक्षार्थियों को ऑप्शन दिया है, जो परीक्षा देना चाहते हैं उनके लिए ही परीक्षा होगी। अन्य के रिजल्ट प्री-बोर्ड के आधार पर जारी कर दिए जाएंगे। इस निर्णय से परीक्षार्थियों का मिला-जुला रिएक्शन है।
प्री-बोर्ड के आधार पर रिजल्ट
जिन छात्रों ने प्री-बोर्ड में ही अच्छा प्रदर्शन किया था और बोर्ड परीक्षा में अब तक बहुत अच्छा पेपर नहीं हुआ है, वह परीक्षा रद कर प्री-बोर्ड के आधार पर रिजल्ट बनाए जाने से खुश हैं। वहीं जिन छात्रों ने प्री-बोर्ड में अपनी पढ़ाई का स्तर जांचने के बाद बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू की उनके लिए परीक्षा रद किए जाने की खबर निराशाजनक है। सीबीएसई और आइएससी के एक वर्ग के छात्रों का मानना है कि सुरक्षा को देखते हुए परीक्षा नहीं होनी चाहिए। वहीं एक वर्ग का मानना है कि परीक्षा न होने से उन्हें उनकी साल भी मेहनत का फल नहीं मिलेगा।
रिजल्ट को छोड़ आगे की योजना बनाएं छात्र
सीबीएसई काउंसलर डा. पूनम देवदत्त के अनुसार छात्र-छात्राओं को परीक्षा होने या न होने से रिजल्ट पर पडऩे वाले असर की ङ्क्षचता छोड़कर आगे की तैयारी में जुट जाना चाहिए। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को यह समझना चाहिए कि उनके 12वीं के अंक अधिक मायने नहीं रखते हैं। जो भी निर्णय होगा, वह सभी के लिए समान होगा। सीबीएसई की पूरी कोशिश होगी कि किसी भी छात्र का कोई नुकसान न हो। ऐसे समय में बच्चों की सुरक्षा अधिक मायने रखती है जिसे स्वजन व परीक्षार्थी दोनों ही जानते हैं।
यह है मेरठ के छात्रों की प्रतिक्रिया
सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षा समाप्त कर हम लोगों को राहत दे दी है। 12वीं में भी आइएससी जैसा ऑप्शन मिलने पर 90 फीसद परीक्षा छोड़ देंगे। मेरी परीक्षा रही होती तो मैं भी परीक्षा न देने का ही ऑप्शन चुनता।
- अमन शर्मा, कक्षा 10, दीवान पब्लिक स्कूल
मेरा केवल बिजनेस स्टडीज का पेपर ही रह गया है। परीक्षा रद पर प्री-बोर्ड के आधार पर रिजल्ट जारी होने से भी ठीक है। मेरा प्री-बोर्ड अच्छा हुआ था। सीबीएसई का प्रपोजल अच्छा हैै। इससे मेरे अंक अच्छे रहेंगे।
- अर्घ कुसुम दुबे, कक्षा 12, दीवान पब्लिक स्कूल
मेरी होम साइंस व बिजनेस स्टडीज की परीक्षा रह गई है। ऑप्शन अच्छा है। पर मेरी तैयारी अच्छी थी। परीक्षा दे पाना मेरे लिए अच्छा होता और अच्छे अंक मिलते। सुरक्षा के लिहाज से परीक्षा रद होना भी उचित है।
- दृष्टि नारंग, कक्षा 12, एमपीजीएस कैंट
कोरोना के माहौल में परीक्षा हो पाना तो मुश्किल है। ऑप्शन अच्छा है, लेकिन मैं बोर्ड परीक्षा देना चाहूंगी। मुझे पूरा विश्वास है कि प्री-बोर्ड से अधिक नंबर ला सकती हूं। जिनकी भी तैयारी अच्छी है वह परीक्षा जरूर देना चाहेंगे।
- सताक्षी कौशिक, कक्षा 12, केएल इंटरनेशनल स्कूल
काउंसिल के ऑप्शन के साथ मैं नहीं जाना चाहूंगी। हमारे स्कूल में प्री-बोर्ड का पेपर बहुत अधिक कठिन होता है। वह इसलिए, जिससे हम बोर्ड परीक्षा के लिए कठिन परिश्रम करें। हमारे लिए बोर्ड परीक्षा का पेपर बेहद आसान हो जाता है।
- शैली मिश्रा, कक्षा 12, सेंट मेरीज एकेडमी
बोर्ड परीक्षा रद होना ठीक नहीं है। हमारा प्री-बोर्ड कठिन होता है। उसके बाद ही बोर्ड परीक्षा तैयारी की रणनीति बनाते हैं। आइएससी में आधे छात्रों की परीक्षा हो चुकी है। पीसीबी में बायो का पेपर शेष है। अब जिन्होंने परीक्षा दे दी है उनकी तुलना में परीक्षा न दे पाने वालों का रिजल्ट खराब होगा जो उनके साथ न्याय नहीं होगा।
- भूमिका अग्रवाल, कक्षा 12वीं, सोफिया गल्र्स स्कूल
इंटर्नल में जिन्होंने अच्छा किया है उनके लिए यह ऑप्शन अच्छा है पर बहुत से छात्र उसके बाद मेहनत करते हैं। मैं खुश हूं लेकिन 95 फीसद अंक नहीं आए तो मैं परीक्षा में शामिल होने का मौका लेना चाहूंगा।
- व्यास अग्रवाल, कक्षा 12, केएल इंटरनेशनल स्कूल