आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट के विरोध में उतरे लोग
सवर्ण जातियों के संगठनों द्वारा घोषित भारत बंद का हालांकि जिले में कोई विशेष असर नहीं दिखा, लेकिन कई संगठनों ने कमिश्नरी पार्क में धरना देकर विरोध जरूर जताया। उन्होंने एससी-एसटी एक्ट और आरक्षण व्यवस्था पर संयुक्त रूप से सवाल उठाते हुए धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी पुलिस बल तैनात रहा।
मेरठ। सवर्ण जातियों के संगठनों द्वारा घोषित भारत बंद का हालांकि जिले में कोई विशेष असर नहीं दिखा, लेकिन कई संगठनों ने कमिश्नरी पार्क में धरना देकर विरोध जरूर जताया। उन्होंने एससी-एसटी एक्ट और आरक्षण व्यवस्था पर संयुक्त रूप से सवाल उठाते हुए धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी पुलिस बल तैनात रहा।
अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम संशोधन के विरोध में सवर्ण जातियों के संगठनों ने भारत बंद का एलान किया था। जिले में भी बंद को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किए थे लेकिन जनपद में बंद का कोई विशेष प्रभाव देखने को नहीं मिला। उधर, कमिश्नरी पार्क में सवर्ण समाज कल्याण सेवा समिति, राजपूत करणी सेना, आरक्षण विरोधी मोर्चा आदि संगठनों ने जरूर धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताया। धरना स्थल पर मोर्चा के अध्यक्ष डा. ज्ञानेंद्र शर्मा ने कहा कि देश में आरक्षण व्यवस्था पूर्ण रूप से समाप्त होनी चाहिए। शिक्षा में किसी भी प्रकार का आरक्षण नहीं होना चाहिए। सवर्ण समाज कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र पाराशर ने कहा कि किसी भी हाल में एससी-एसटी एक्ट संशोधन अधिनियम बर्दाश्त नहीं होगा। ऐसा होने पर सवर्ण वर्ग सड़कों पर उतरकर विरोध करेगा। सरकार की खामोशी भी सवर्ण वर्ग पर भारी पड़ रही है। ऐसे में हम सब को मिलकर इसका हर स्तर पर विरोध करना होगा। इस दौरान अन्य संगठनों के लोगों ने भी विरोध जताते हुए जोरदार नारेबाजी की। उधर बंद की घोषणा और धरना-प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स पार्क के अंदर और बाहर तैनात रहा। संगठनों ने धरना देने के बाद एडीएम सिटी मुकेश चंद्र को ज्ञापन सौंप दिया। इस दौरान मनीष पहलवान, राजकुमार, सुनील कुमार, अरविंद कुमार, मनोज सिंह, कैलाश सैनी श्री भगवान, सतीश कुमार, राकेश, विनय त्यागी, विनोद गुप्ता आदि मौजूद रहे। एससी-एसटी एक्ट का जताया विरोध
ब्राहमण समाज माधवपुरम की बैठक में गुरुवार का एससी-एसटी एक्ट को लेकर विरोध जताया गया। संगठन के सदस्यों ने केंद्र सरकार भी निशाना साधा। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि किसी भी हाल में समाज का उत्पीड़न बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उधर, अखिल भारतीय ब्राहमण परिषद ने भी एससी-एसटी एक्ट को लेकर विरोध जताया। इस दौरान विश्वेश चंद्र जोशी, सुधींद्र मिश्र, उमेश वशिष्ठ, जय प्रकाश शर्मा, अरूण तिवारी, विनय चौहान, पवन गुप्ता आदि मौजूद रहे।