कलाम रेस्टोरेंट प्रकरण में पुलिस ने पीड़ित पक्ष पर दर्ज की रिपोर्ट
दिल्ली-देहरादून हाईवे स्थित शुक्रवार रात हुए कलाम रेस्टोरेंट प्रकरण में कंकरखेड़ा पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से जानलेवा हमले की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। मोदीनगर निवासी चारों युवक जख्मी हैं और उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। जबकि रेस्टोरेंट के किसी कर्मचारी को खरोंच तक नहीं आई है।
मेरठ । दिल्ली-देहरादून हाईवे स्थित शुक्रवार रात हुए कलाम रेस्टोरेंट प्रकरण में कंकरखेड़ा पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से जानलेवा हमले की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। मोदीनगर निवासी चारों युवक जख्मी हैं और उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। जबकि रेस्टोरेंट के किसी कर्मचारी को खरोंच तक नहीं आई है। फिर भी पुलिस ने उनकी तहरीर पर पीड़ित युवकों के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कर ली। रेस्टोरेंट के 6 कर्मचारी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
कलाम रेस्टोरेंट के स्टाफ ने शुक्रवार शाम मोदीनगर के पूर्व विधायक के भांजे व उसके दोस्तों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। आरोप है कि पीड़ित पक्ष की पिस्टल छीनकर फाय¨रग भी कर दी थी। इसके बाद पुलिस को झूठी सूचना दे दी। रालोद नेताओं के थाने में हंगामे के बाद पुलिस ने रेस्टोरेंट के छह कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल भेज गए आरोपितों में शारिक, शोएब, शुभम और अन्य तीन हैं। जबकि रेस्टोरेंट संचालक फरार हो गया। सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी कब्जे में ले ली। घायल दोस्तों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसआइ दिनेश चंद ने बताया कि मोदीनगर निवासी राहुल शर्मा तथा दूसरी ओर से मोहम्मद हसन ने जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। रेस्टोरेंट संचालक के दबाव में दिखी कंकरखेड़ा पुलिस
इस प्रकरण में पुलिस शुरूआत से ही रेस्टोरेंट संचालक के दबाव में दिखी। गंभीर घायल होने के बावजूद पुलिस मोदीनगर निवासी राहुल शर्मा, शुभम, प्रशांत और राहुल को हिरासत में लेकर थाने आ गई। बाद में हंगामा हुआ तो रेस्टोरेंट का स्टाफ हिरासत में लिया गया। चारों दोस्तों को बुरी तरह पीटा गया। तीन लोग अस्पताल में भर्ती हैं। रेस्टोरेंट के स्टाफ को इस प्रकरण में कोई चोट नहीं आई। फिर भी पुलिस ने चारों दोस्तों के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कर ली। उधर, इस प्रकरण के बाद शनिवार को रेस्टोरेंट पर सन्नाटा सा पसरा रहा। रेस्टोरेंट संचालक को बचा रही पुलिस : पहल
कलाम रेस्टोरेंट प्रकरण में सच संस्था के अध्यक्ष डा. संदीप पहल एडवोकेट भी कूद पड़े हैं। उनका आरोप है कि पुलिस मोदीनगर के युवकों को फंसा रही है। कुर्सी में लात मारने और गोली चलाने की फुटेज तो पुलिस ने बरामद कर ली। मगर युवकों की पिटाई की फुटेज गायब कर दी। कहा कि पुलिस इस मामले में पक्षकार न बने। हमें न्याय लेना और देना दोनों आता है। आरोप लगाया कि रेस्टोरेंट अवैध है। एनएचएआई और एमडीए में शिकायत कर ध्वस्त कराया जाएगा।