लोनिवि की 'तिजोरी' से नहीं निकला दिल्ली रोड का नवीनीकरण
ोक निर्माण विभाग के स्वामित्व वाली दिल्ली रोड का नवीनीकरण पिछले चार माह से अधर में लटका पड़ा है। पिछले वर्ष अगस्त में नवीनीकरण की स्वीकृति मिलने के बाद आधी रकम जारी कर दी गई थी।
मेरठ, जेएनएन। लोक निर्माण विभाग के स्वामित्व वाली दिल्ली रोड का नवीनीकरण पिछले चार माह से अधर में लटका पड़ा है। पिछले वर्ष अगस्त में नवीनीकरण की स्वीकृति मिलने के बाद आधी रकम जारी कर दी गई थी। जिससे काम तो शुरू किया गया, लेकिन एनजीटी की निर्माण कार्यो पर रोक और बाद में ठंडे मौसम के कारण कार्य रोक दिया गया। नतीजन, दिल्ली रोड पर मंडी गेट से बेगमपुल तक का नवीनीकरण अटका पड़ा है। परतापुर तिराहे से बेगमपुल तक 11.7 किमी लंबी सड़क के लिए 6.15 करोड़ स्वीकृत करने के बाद शासन ने अगस्त में ही आधी रकम जारी की थी। जिसमें केवल परतापुर तिराहे से मंडी गेट तक का ही हिस्सा नवीनीकरण हो पाया है। बाद में शेष धनराशि भी जारी कर दी गई, लेकिन अनुकूल मौसम न होने के कारण कार्य रुका पड़ा है। वहीं, लोनिवि अधिकारी 20 फरवरी से कार्य शुरु करने का दावा कर रहे हैं।
वर्तमान नवीनीकरण का विवरण -
सड़क का स्वामित्व - लोक निर्माण विभाग, प्रांतीय खंड
सड़क की लंबाई - परतापुर तिराहे से बेगमपुल तक 11.7 किमी
नवीनीकरण पूर्ण - परतापुर तिराहे से टीपीनगर मंडी गेट तक
शेष कार्य - टीपीनगर मंडी से बेगमपुल तक
नवीनीकरण की लागत - 6.15 करोड़
कंपनी का नाम - मैसर्स जुनेजा कंस्ट्रक्शन
पिछला नवीनीकरण
कंपनी का नाम - अशोक कुमार ठेकेदार
कार्य की लागत - 13.87 करोड़
वर्ष - जून 2015
डीएलपी - दो वर्ष की अवधि
वर्जन ..
20 फरवरी से दिल्ली रोड पर नवीनीकरण शुरू कर दिया जाएगा। तापमान अधिक कम होने के कारण बिटुनुमस सड़क पर नहीं रुक पाता है। जिसके चलते कार्य नहीं हो पाया। कुल स्वीकृति की आधी रकम विभाग के पास सुरक्षित है।
- संजीव भारद्वाज, अधीक्षण अभियंता, लोक निर्माण विभाग
आम लोग बोले..
दिल्ली रोड पर शहर का सबसे ज्यादा यातयात बोझ रहता है। इसकी मरम्मत में देरी होने से परेशानी होती है।
- योगेश, दिल्ली रोड
गड्ढों के अलावा रोडी बिखरी होने के कारण दुपहिया वाहनों के फिसलने का खतरा रहता है। स्कूटी सवार ज्यादा फिसलते हैं।
- संजीत, दिल्ली रोड