बाढ़ पीड़ितों के लिए केरल भेजी राहत सामग्री
बाढ़ से कराह रहे केरल के लिए मदद भेजने का सिलसिला जारी है। लोग सामर्थ्य के अनुसार मदद को हाथ बढ़ा रहे हैं। इसी क्रम में सेवा भारती ने बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री भेजी।
मेरठ। सेवा भारती ने गुरुवार को केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए बड़ी मात्रा में राहत सामग्री भेजी है। एमजीएम गार्डेन में आयोजित कार्यक्रम में सेवा भारती के पदाधिकारियों ने राहत सामग्री भेजने के साथ ही बाढ़ पीड़ितों के लिए उठाए गए अन्य कदमों की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि व क्षेत्र संघचालक सूर्यप्रकाश टांक ने कहा कि बाढ़ पीडि़तों के लिए जो भी आर्थिक सहयोग करना चाहते हैं, वो सेवा भारती केरल के खाते में आरटीजीएस कर सकते हैं। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने 20 मिनट की एक वीडियो प्रदर्शित की। इसमें बाढ़ से पहले एवं बाद की केरल की स्थिति दिखाई गई। डा. बाजपेयी ने बताया कि उद्यमियों, व्यवसायियों एवं आमजनों के सहयोग से राहत सामग्री जुटाई गई है। मुख्य अतिथि सूर्यप्रकाश टांक ने बताया कि संघ एवं सेवा भारती ने दो सितंबर तक 75 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। 350 नावों, 75 एंबुलेंस एवं 600 वाहनों का उपयोग किया गया। 209 रिलीफ कैंपों में 650 डाक्टर सेवा दे रहे हैं। साथ ही सेवा भारती ने केरल में आपरेशन क्लीन चलाते हुए 2155 टन कीटनाशक वहां पहुंचाया है। संचालन करते हुए नवीन गुप्ता ने कहा कि केरल की त्रासदी में हम सभी साथ हैं। 543 नग सामान भेजे गए हैं। पांच-पांच हजार बिस्कुट पैकेट, दूध का पैकेट, लेडीज गाउन, पुरुषों की लुंगी, बच्चों के डायपर व 110 कुंतल चावल, दस कुंतल दाल भेजी गई है। शांति संघ जैन नगर द्वारा 70 प्रकार की राहत सामग्री भेजी गई है। कई स्कूलों ने भी सामान दिया है।
मेरठ जोन की पुलिस देगी 1.92 करोड़
बाढ़ की त्रासदी से गुजर रहे केरल को मदद की दरकार है। केंद्र व राज्य सरकारों से दीगर खाकी भी उसकी मदद के लिए जुटी है। मेरठ जोन के पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी एक-एक दिन का वेतन देकर पीड़ितों के लिए एक करोड़ 92 लाख रुपये एकत्र किया है।
डीजीपी ओपी सिंह के आह्वान पर एडीजी जोन प्रशांत कुमार और आइजी रेंज रामकुमार समेत जोन के तमाम पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वेच्छा से एक-एक दिन का वेतन अंशदान के रूप में दिया है। जोन के सभी जिलों से इकट्ठी की गई धनराशि का ड्राफ्ट बनवाकर डीजीपी कार्यालय भेज दिया गया है, जहां से केरल के लिए भेज दिया जाएगा।