रिलायंस के कर्मचारी का कत्ल, रजवाहे मे मिला शव
रिलायंस कंपनी के कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का शव रजवाहे के पास पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जेएनएन, मेरठ। रिलायंस कंपनी के कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का शव रजवाहे के पास पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके से पुलिस ने तमंचा, स्कूटी, कुछ नकदी आदि सामान बरामद किया है। हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस सीसीटीवी फुटेज व कॉल डिटेल में कातिलों को तलाश कर रही है।
पत्नी से हुई थी अंतिम बात
रजपुरा निवासी विनीत सिवाच (30) पुत्र मनबीर सिंह जगन्नाथपुरी स्थित रिलायंस डीजल्स के कार्यालय में कई सालों से काम करता था। विनीत के छोटे भाई रोहित ने बताया कि विनीत प्रतिदिन डयूटी से शाम सात बजे तक घर लौटकर आ जाया करता था, लेकिन बुधवार को जब वह समय से घर नहीं लौटा तो विनीत की पत्नी स्वाति ने फोन करके जानकारी ली। विनीत ने स्वाति को बताया कि वह अभी दौराला में है। आधा घंटे में घर पहुंच जाएगा। इसके बाद जब देर रात तक विनीत घर नहीं पहुंचा तो स्वजनों ने बारी-बारी से फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। गुरुवार दिन निकलने से पहले पुलिस ने रोहित को रजवाहे पर लाश मिलने की सूचना दी। पैर के नीचे मिला तमंचा
रात करीब दो बजे गंगानगर की फैंटम पुलिस गश्त कर रही थी। उसी दौरान मवाना रोड से रुड़की रोड के बीच रजवाहे पर पुलिस को अज्ञात शव मिला। मृतक की खोपड़ी में गोली धंसी थी। इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार शर्मा, सीओ ब्रजेश कुमार व बाद में फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। लाश के पास ही उसकी स्कूटी, कुछ नकदी, मोबाइल व पैरों के नीचे तमंचा पड़ा मिला। मृतक की जेब भी फटी हुई थी। कमीज के बटन भी टूटे हुए थे। घटना की जानकारी लगने पर सपा लोहियावाहिनी के जिलाध्यक्ष अमित सिवाच भी पहुंचे। उन्होंने पुलिस से वारदात के राजफाश होने की मांग की।
कई व्यापारियों का बकाया पैसा
सीओ ब्रजेश कुमार ने बताया कि विनीत सिवाच रिलायंस के स्मार्ट कार्ड का काम देखता था, लेकिन वह कुछ व्यापारियों को ऑनलाइन भुगतान का विकल्प न बताकर नकदी जमा करने के लिए कहता था। कंपनी के कुछ लोगों से बातचीत के आधार पर निकल कर आया है कि विनीत ने कई व्यापारियों से रकम लेकर कंपनी में पूरी जमा नहीं की। उसके पास लगभग दस लाख रुपये बकाया हैं। इस संबंध में कुछ व्यापारी भी थाने पर मिलने आए थे। विनीत सिवाच बुधवार शाम मुजफ्फरनगर गया था। जाते व लौटते वक्त वह सीसीटीवी फुटेज में अकेला है। कंपनी के अनुसार, विनीत को कैश कलेक्शन का अधिकार नहीं था। इन्होंने कहा-
सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई है। कुछ कॉल डिटेल से पता चला है कि विनीत पर करीब दस लाख रुपये भी बकाया है। उसने व्यापारियों से नकदी लेने के बाद कंपनी में जमा नहीं कराई। इसके अलावा भी कई बिदुओं को जांच में शामिल किया जा रहा है।
-ब्रजेश कुमार, सीओ सदर देहात