यूजी और पीजी में 30 जुलाई तक करा लें रजिस्ट्रेशन
मेरठ । स्नातक प्रोफेशनल और सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में स्नातक के सभी कोर्स में प्रवेश के ि
मेरठ । स्नातक प्रोफेशनल और सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में स्नातक के सभी कोर्स में प्रवेश के लिए दोबारा से रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं। अभी तक जिन छात्रों के प्रवेश नहीं हुए हैं, वह 30 जुलाई तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। साथ ही परास्नातक और एलएलबी में भी 30 जून तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होंगे।
स्नातक में सीटें खाली रहने की वजह से विश्वविद्यालय ने दोबारा से छात्रों को रजिस्ट्रेशन का मौका दिया है। 25 जुलाई से रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं। स्नातक में ओपन रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्र- छात्राएं एक और दो अगस्त को कॉलेजों में ऑफर लेटर जमा करेंगे। जिससे कॉलेज मेरिट बनाकर तीन और पांच अगस्त तक प्रवेश लेंगे। निजी कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीकॉम सहित सभी प्रोफेशनल कोर्स में काफी सीटें रिक्त हैं, जिनमें छात्र रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
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बीपीएड और एमपीएड में 30 तक रजिस्ट्रेशन
मेरठ : चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर और संबंधित कॉलेजों में संचालित बीपीएड, एमपीएड, बीपीईएस और एमपीईएस पाठ्यक्रमों में प्रवेश चाहते हैं तो 30 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद संलग्न प्रमाणपत्रों को स्पीड पोस्ट से पांच अगस्त तक विश्वविद्यालय में जमा करना होगा।
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कुछ कोर्स में रजिस्ट्रेशन की स्थिति
एलएलबी - 19136
एमए 21212
एमए कैंपस 352
एमबीए हॉस्पिटल मैनेजमेंट 104
एमकॉम -10351
एमकॉम कैंपस- 77
एमएफए-91
एमएससी - 12694
एमएससी कैंपस-584
एमएससी एजी- 4860
एमएससी एजी कैंपस- 106
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पांच अगस्त को आरडीसी
चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में पांच अगस्त को समाजशास्त्र विभाग की आरडीसी होगी। विवि ने इसके लिए 16 छात्रों की सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।
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31 जुलाई को शिक्षकों का होगा सत्यापन
सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में संचालित एमफिल पाठ्यक्रमों को पढ़ाने वाले शिक्षकों का भी सत्यापन किया जाएगा। 31 जुलाई को सीसीएसयू परिसर स्थित शिक्षा विभाग में शिक्षकों का सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के लिए अनुमोदित शिक्षकों को अपने सभी शैक्षणिक अभिलेख, अनुभव प्रमाणपत्र, पेन कार्ड, आधार कार्ड, वेतन का साक्ष्य, तीन पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ मूल रूप से लेकर आना होगा। विश्वविद्यालय ने सत्यापन से पहले यह भी स्पष्ट कर दिया है कि केवल विश्वविद्यालय से अनुमोदित और संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों का ही सत्यापन किया जाएगा। पिछले साल कई शिक्षकों के सत्यापन में फर्जीवाड़े की भी शिकायत हुई थी। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय ने सभी कॉलेजों के प्राचार्य, प्रबंधन को अपने यहां कार्यरत शिक्षकों को ही सत्यापन के लिए भेजने के लिए कहा है। जिस भी कॉलेज में मानक से कम शिक्षक मिलेंगे। उस कॉलेज में एमफिल शिक्षा में काउंसिलिंग के बाद छात्रों को आवंटित नहीं किया जाएगा। शिक्षकों के सत्यापन के लिए दोबारा से अवसर भी नहीं दिया जाएगा।