Move to Jagran APP

'भगवान' का पंजीकरण करा लीजिए, वरना पड़ोस में बिकेगी शराब

आबकारी विभाग ने शहर में मंदिरों को भी नहीं छोड़ा है। लाखों लोगों की आस्था को उन्होंने सरकारी कमाई और शराब ठेकेदारों की होड़ के सामने बौना कर दिया। शहर में तीन स्थान ऐसे हैं जहां विभाग ने मंदिर से सटाकर अथवा उसके सामने ठेका खोल दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Feb 2019 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 24 Feb 2019 07:00 AM (IST)
'भगवान' का पंजीकरण करा लीजिए, वरना पड़ोस में बिकेगी शराब
'भगवान' का पंजीकरण करा लीजिए, वरना पड़ोस में बिकेगी शराब

मेरठ । आबकारी विभाग ने शहर में मंदिरों को भी नहीं छोड़ा है। लाखों लोगों की आस्था को उन्होंने सरकारी कमाई और शराब ठेकेदारों की होड़ के सामने बौना कर दिया। शहर में तीन स्थान ऐसे हैं जहां विभाग ने मंदिर से सटाकर अथवा उसके सामने ठेका खोल दिया है। अब मंदिर के आसपास दिनरात शराबी झूमते दिखाई देते हैं। मंदिर में श्रद्धालु महिला, पुरुषों का आना मुश्किल हो गया है। जनता इसका विरोध करती है, नियमों का हवाला देती है तो आबकारी अफसर चौंकाने वाले तर्क देकर उनकी जुबां बंद कर देते हैं। अफसरों का दावा है कि मंदिर से 50 मीटर दूर तक शराब का ठेका नहीं खुल सकता, लेकिन उस मंदिर का पंजीकृत होना जरूरी है।

loksabha election banner

शराब के ठेकों ने बिगाड़े शहर के हालात

शहर में तीन स्थान ऐसे हैं जहां शराब के ठेके मंदिर से सटे हैं, सड़क के पार मंदिर के सामने हैं अथवा 50 मीटर से कम दूरी पर हैं।

मंदिर जाना मुहाल, लोग परेशान

मंदिर के पास शराब बिक रही है। उसे पीकर वहां लोग घूमते हैं। महिलाओं, बुजुर्गो के साथ अभद्रता करते हैं। परेशान लोग शिकायतें कर रहे हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

भले ही सैकड़ों साल पुराना हो पर मंदिर का पंजीकरण जरूरी है

जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार का इस संबंध में अजीबोगरीब तर्क है। उनका कहना है कि मंदिर और स्कूल से 50 मीटर दूर तक शराब का ठेका नहीं खोला जा सकता है। लेकिन मंदिर की इस दूरी के नियम का पालन तभी किया जाएगा जब मंदिर पंजीकृत हो। गैर पंजीकृत मंदिर पर यह नियम लागू नहीं होता। तीनों मंदिर अपंजीकृत हैं। लिहाजा उनके पास ठेके खोले जा सकते हैं।

इन मंदिरों के पास खुलवा दिए ठेके

-गढ़ रोड पर सोहराब गेट रोडवेज बस स्टैंड से सटा मंदिर है। यह पुराना मंदिर है। आबकारी ने इसके ठीक सामने शराब की दुकान खुलवा दी है। -इससे भी गंभीर हालात ब्रह्मपुरी पुलिस थाने के सामने हैं। यहां शिव और हनुमान मंदिर है। इसके ठीक बराबर में देशी शराब का ठेका है। इसके साथ ही कैंटीन बनी है। इसमें बैठकर शराब पीने की सुविधा भी है। -तीसरा मंदिर सदर का प्राचीन और सिद्ध हनुमान मंदिर है। यह बांबे बाजार के चौक पर बीचोबीच स्थित है। इस मंदिर से कुछ ही दूरी पर चैंबर ऑफ कामर्स के सामने शराब का ठेका खोल दिया गया है। मंदिर के पास खुली शराब की दुकानों ने पूरे क्षेत्र का माहौल खराब कर दिया है।

मंदिर के पास नहीं खुलेगी शराब की दुकान

मंदिरों की पवित्रता और आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। सैकड़ों-हजारों लोगों की आस्था प्रत्येक मंदिर से जुड़ी होती है। आबकारी अफसरों को बुलाकर इस प्रकार की समस्या का समाधान कराया जाएगा।

-अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.