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Class 11th & 12th में सेमेस्‍टर व्‍यवस्‍था लागू करने की सिफारिश, विशेषज्ञों ने कहा- इससे मजबूत होगी तैयारी

नई शिक्षा नीति में कक्षा 11वीं व 12वीं में सेमेस्टर व्यवस्था लागू करने की सिफारिश की गई है। महामारी के कारण बोर्ड परीक्षा रद कर सेमेस्टर प्री-बोर्ड के आधार पर ही मूल्यांकन किया जा रहा है। अब इसी व्यवस्था को आगे भी लागू करने की तैयारी की जा रही है।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 11:43 AM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 11:43 AM (IST)
Class 11th & 12th में सेमेस्‍टर व्‍यवस्‍था लागू करने की सिफारिश, विशेषज्ञों ने कहा- इससे मजबूत होगी तैयारी
11वीं और 12वीं में समेस्‍टर व्‍यवस्‍था लागू करने की सिफारिश।

जागरण संवाददाता, मेरठ। नई शिक्षा नीति में कक्षा 11वीं व 12वीं में सेमेस्टर व्यवस्था लागू करने की सिफारिश की गई है। कोविड महामारी के कारण बोर्ड परीक्षा रद कर सेमेस्टर, प्री-बोर्ड के आधार पर ही मूल्यांकन किया जा रहा है। अब इसी व्यवस्था को आगे भी लागू करने की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि सेमेस्टर व्यवस्था छात्रहित में मील का पत्थर साबित होगी।

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छात्र, स्कूल व बोर्ड का रिजल्ट होगा बेहतर

  • होम एग्जाम्स के प्रति छात्रों में बढ़ेगी संजीदगी।
  • होम व बोर्ड एग्जाम व प्रतियोगी परीक्षा में प्रदर्शन सुधरेगा।
  • छात्र हर चैप्टर ध्यान से पढ़ेंगे, विषय पर पकड़ मजबूत होगी।
  • छोटे सिलेबस पढ़ने से बेहतर रिजल्ट स्कूल व बोर्ड का भी होगा।
  • लंबा सिलेबस न पढ़ पाने वाले बच्चे भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
  • नई शिक्षा नीति में सेमेस्टर प्रावधान है, उसी ओर बढ़ सकेंगे।

-राहुल केसरवानी, सचिव, मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स

बच्चे, शिक्षक व स्कूल बनेंगे अधिक जिम्मेदार

  • हर टेस्ट व मूल्यांकन में शिक्षक व छात्र करेंगे बेहतर का प्रयास।
  • शुरू से होगी पढ़ाई, बेहतर होगी बोर्ड परीक्षा की तैयारी।
  • अभिभावकों को बच्चों पर पढ़ाई का दबाव नहीं देना पड़ेगा।
  • बच्चों की लापरवाही में कमी आएगी, अटेंडेंस बढ़ेगी।
  • टेस्ट के प्रति स्कूल भी जिम्मेदार बनेंगे और कराएंगे।
  • कोचिंग पर निर्भरता कम होगी, स्कूल टेस्ट पर बढ़ेगी।

-एके दूबे, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

लर्निग, स्कोरिंग एंड रिकार्ड कीपिंग बेहतर होगी

  • बच्चे हर टेस्ट में स्कोर करने का टारगेट तय करेंगे।
  • हर बच्चे का स्कोरिंग व ग्रोथ पैटर्न दिखेगा।
  • एक टेस्ट खराब हुआ तो अन्य में मिलेगा बेहतर का मौका।
  • सीसीई यानी सतत समग्र मूल्यांकन की व्यवस्था लागू होगी।
  •  बोर्ड के पास मौजूद रहेगा हर बच्चे का पूरा डाटा।

-सुधांशु शेखर, सिटी को-आर्डिनेटर, सीबीएसई 


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