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Rapid Rail Project : 2024 से शताब्‍दीनगर तक चलने लगेगी Rapid Rail,जानिए पिलर बनने कब होंगे शुरू Meerut News

रैपिड रेल परियोजना के लिए दुहाई से शताब्दी नगर तक रोड चौड़ीकरण का कार्य शुरू हो गया है। चौड़ीकरण पूरा होने के बाद नए साल से पिलर व स्टेशन निर्माण संबंधी कार्य शुरू होंगे।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 10:49 AM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 10:49 AM (IST)
Rapid Rail Project : 2024 से शताब्‍दीनगर तक चलने लगेगी Rapid Rail,जानिए पिलर बनने कब होंगे शुरू Meerut News
Rapid Rail Project : 2024 से शताब्‍दीनगर तक चलने लगेगी Rapid Rail,जानिए पिलर बनने कब होंगे शुरू Meerut News

मेरठ, जेएनएन। Rapid Rail Project रैपिड रेल परियोजना के लिए दुहाई से शताब्दी नगर तक रोड चौड़ीकरण का कार्य शुरू हो गया है। चौड़ीकरण पूरा होने के बाद नए साल से पिलर व स्टेशन निर्माण संबंधी कार्य शुरू होंगे। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम के अंतर्गत दूसरे चरण में दुहाई से शताब्दीनगर तक कार्य होना है। यहां मार्च 2024 तक रैपिड रेल चलने लगेगी। इसके लिए कॉरिडोर के पिलर व स्टेशन आदि निर्माण के लिए टेंडर पहले ही हो चुका है। नए साल में जनवरी से पिलर निर्माण शुरू होने की उम्मीद है।

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वाहनों को होगी दिक्‍कत

रोड के बीच में पिलर बनेंगे इसलिए बीच में टिन की दीवार लगाकर बीच में कार्य शुरू होगा। बीच में कार्य शुरू होने से रोड पर वाहनों के आवागमन में दिक्कत होगी, इसलिए दोनों तरफ करीब 15-15 फीट सड़क चौड़ी की जाएगी। इससे रैपिड रेल के कार्य की वजह से यातायात प्रभावित नहीं होगा। रोड चौड़ीकरण दिसंबर तक पूरा होगा। दरअसल, दोनों तरफ जेसीबी व रोलर से पहले जमीन व्यवस्थित की जा रही है। जहां जरूरत होगी, वहां मिट्टी का भराव होगा। इसके बाद तीन परत में रोड़ी डाली फिर डामरीकरण होगा।

परियोजना समय पर होगी पूरी

इस परियोजना के प्रथम चरण के अंतर्गत दुहाई से साहिबाबाद तक मार्च-2023 में रैपिड रेल चलेगी। इसलिए उस कॉरिडोर के लिए पिलर का निर्माण चल रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम के सीपीआरओ सुधीर शर्मा ने बताया कि तय समय पर परियोजना पूरी कर ली जाएगी। इसलिए उससे संबंधित कार्य क्रमवार समय से शुरू किए जा रहे हैं।

दीपावली तक नहीं शुरू हो पाएगा एनएच-235

वहीं एनएच-235 पर दीपावली तक फर्राटा भरने के दावे हवाई साबित हो गए हैं। कैली ओवर ब्रिज निर्माण कार्य आरंभ हो गया है लेकिन ओवरब्रिज और किठौर मोड़ के ऊपर से जाने वाली पावर ग्रिड कारपोरेशन पीजीसीआइएल की 400 केवी की ट्रांसमिशन की लाइन न हटने से निर्माण कार्य में देरी हो रही है। माना जा रहा है कि मार्च 2020 तक ही वाहन फर्राटा भर पाएंगे।

ट्रांसमिशन लाइन बनी समस्या

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा एनएच-235 का निर्माण कार्य किया जा रहा है। कैली ओवर ब्रिज पर अधूरा पड़ा निर्माण कार्य आरंभ होने लगा है। वहीं, ओवर ब्रिज की उंचाई करीब 15 मीटर होने से उसके ऊपर जा रही पावर ग्रिड कारपोरेशन भारत सरकार की 400 केवी की ट्रांसमिशन लाइन समस्या बनी है। लाइन काफी नीचे होने के कारण कार्य बाधित है। वहीं, हापुड़ रेलवे क्रॉसिंग पर ब्रिज और गुलावठी बाईपास पर भी काफी कार्य अधूरा पड़ा है।

जल्‍द फर्राटा भरेंगे वाहन

लाइन को ऊपर कराने के लिए एनएचएआइ अधिकारियों ने पावर ग्रिड को लिखित में पत्र लिखकर एस्टीमेट जमा करने का दावा किया है, लेकिन उसके बाद भी लाइन को ऊंचा नहीं किया गया है। एचएचएआइ के अधिकारियों की मानें तो निर्माण कार्य जल्द ही तेजी पकड़ेगा। जल्द ही वाहन फर्राटा भरेंगे। सूत्रों की मानें तो वाहनों के फर्राटा भरने में अभी काफी समय लगेगा। मार्च 2020 तक कार्य पूर्ण होगा।

लाइन ऊंची नहीं होगी तो होगा हादसा

पावर ग्रिड के अधिकारियों के अनुसार 400 केवी की लाइन में करंट प्रवाहित होने पर वह आठ मीटर दूरी पर खड़े व्यक्ति या अन्य वस्तु को अपनी तरफ खींच लेती है। जिस कारण हादसा हो सकता है। इसलिए लाइन ऊंची करनी पड़ेगी। 


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