Rapid Rail: एनसीआरटीसी एक्सप्रेस ट्रांजिट लिमिटेड करेगी रैपिड रेल का संचालन, ऐसे बनाई गई है व्यवस्था Meerut News
रैपिड ट्रेन संचालित करने के लिए अलग से बनाई गई कंपनी का नाम है एनसीआरटीसी एक्सप्रेस ट्रांजिट लिमिटेड। संक्षेप में इसका नाम दिया गया है नेत्र। इसी के अनुरूप नई व्यवस्था बनेगी।
मेरठ, जेएनएन। Rapid Rail In Meerut रैपिड रेल का संचालन करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने अलग कंपनी बनाई है। यह कंपनी सिर्फ ट्रेन संचालन का कार्य देखेगी। एनसीआरटीसी का जिम्मा नीति लागू करना, कॉरिडोर निर्माण कराना और नई संभावनाएं तलाशना होगा। ट्रेन संचालित करने के लिए अलग से बनाई गई कंपनी का नाम है एनसीआरटीसी एक्सप्रेस ट्रांजिट लिमिटेड। संक्षेप में इसका नाम दिया गया है नेत्र।
टेंडर व डीपीआर प्रक्रिया में
वर्ष 2013 में केंद्र एवं कई राज्यों के वित्तीय भागीदारी से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) का गठन हुआ था। निगम दिल्ली के पड़ोसी शहरों तक रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम संचालित करेगा। रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम का पहला कॉरिडोर दिल्ली के सरायकाले खां से गाजियाबाद होते हुए मेरठ के मोदीपुरम तक बन रहा है। दो अन्य कॉरिडोर के लिए टेंडर व डीपीआर प्रक्रिया में है। कुछ कॉरिडोर भविष्य के लिए प्रस्तावित हैं। इससे एनसीआरटीसी के पास काम ज्यादा हो गया है। 2023 से दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर ट्रेन का संचालन भी शुरू करना है। इन सबको देखते हुए ट्रेन संचालन के लिए अलग से कंपनी बना ली गई है। इस पर अभी मंथन चल रहा है। दरअसल, कुछ देशों में रैपिड ट्रेनों का संचालन प्राइवेट कंपनी भी करती हैं।
ये कॉरिडोर जो प्रक्रिया में हैं
- दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ
- दिल्ली-गुरुग्राम-अलवर
- दिल्ली-पानीपत
भविष्य के लिए प्रस्तावित कॉरिडोर
- दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़-पलवल
- गाजियाबाद-खुर्जा
- दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक
- गाजियाबाद-हापुड़
- दिल्ली-शाहदरा-बड़ौत
यह है कंपनी का निदेशक मंडल
चेयरमैन : एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ही इस नई कंपनी के चेयरमैन बनाए गए हैं।
निदेशक :
- अनिल कुमार
- महेंद्र कुमार
- नवनीत कौशिक
- नमिता मेहरोत्रा
रैपिड के लिए पल्लवपुरम में हाईवे किनारे 73 पेड़ों कटान शुरू
रैपिड रेल के निर्माण को लेकर पल्लवपुरम क्षेत्र में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इसी कड़ी में हाईवे किनारे एक किमी के दायरे में वन विभाग 73 पेड़ों का कटान करा रहा है। वन विभाग के यूनिट इंचार्ज वेदपाल सिंह ने बताया कि मोदीपुरम फ्लाईओवर से एसडीएस ग्लोबल अस्पताल के आगे तक करीब एक किमी के दायरे में हाईवे किनारे यूकेलिप्टस के 73 पेड़ हैं। रैपिड रेल के लिए निर्माण होना है, इसके लिए वन विभाग पेड़ों का कटान करा रहा है। उन्होंने बताया कि कटान हुए पेड़ों की लकड़ी को रिठानी स्थित वन विभाग के डिपो में रखा जाएगा, जहां पर बिक्री के लिए वन विभाग टेंडर छोड़ेगा। वर्षों पुराने विशाल पेड़ों के कटान को देखने के लिए आसपास के लोग भी पहुंच रहे हैं।