24 स्टेशनों पर रुकेगी रैपिड रेल, मोदीपुरम और दुहाई बनेंगे डिपो-स्टेशन
दीपक भारद्वाज, मेरठ दिल्ली से मेरठ रैपिड रेल कॉरीडोर का प्रोजेक्ट 'रैपिड' गति से आगे बढ़ र
दीपक भारद्वाज, मेरठ
दिल्ली से मेरठ रैपिड रेल कॉरीडोर का प्रोजेक्ट 'रैपिड' गति से आगे बढ़ रहा है। बस इंतजार है केंद्रीय कैबिनेट की मुहर लगने का। इससे पहले एनसीआरटीसी (नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) टेंडर प्रक्रिया, सड़क चौड़ीक रण और बिजली की लाइन आदि का कार्य पूरा कराने में लगा हुआ है। एनसीआरटीसी के अधिकारियों के मुताबिक 31 जुलाई तक इन कार्यो को निपटाने के बाद पहले चरण में 16.5 किलोमीटर के प्रोजेक्ट पर पिलर खड़े करने की तैयारिया शुरू हो जाएंगी। वहीं, एनसीआरटीसी ने प्रोजेक्ट में बनाए जाने वाले मोदीपुरम और दुहाई डिपो को अब स्टेशन में जोड़ दिया है। इससे अब रैपिड रेल 22 की जगह 24 स्टेशनों पर रुकेगी। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई तक शुरू होने वाले निर्माण कार्य से पहले की सभी प्रक्रिया को अंतिम रूप दे दिया गया है। दुहाई में सड़क चौड़ीकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। साहिबाबाद से दुहाई तक मिट्टी की जांच पूरी की जा चुकी है। इसके बाद दूसरे चरण में दुहाई से परतापुर और अंतिम चरण में परतापुर से मोदीपुरम तक यह काम किया जाएगा। मेरठ की तरफ बढ़ा कार्य
आठ दिन पहले मोदीनगर बस स्टैंड पर मिट्टी की जांच का कार्य शुरू किया गया था। इसे जिओ टेक्निकल इन्वेस्टीगेशन कहा जाता है। इस कार्य ने अब मेरठ की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया है। गुरुवार को राज चौपला और गोविंदपुरी तक जांच की गई। 90 प्रतिशत एनओसी पूरी
प्रोजेक्ट के लिए 90 प्रतिशत एनओसी जारी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही बाकी एनओसी को भी पूरा कर प्रोजेक्ट के पिलर खड़े करने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा। 27 को सात स्टेशनों के लिए बोली
एनसीआरटीसी टेंडर प्रक्रिया तेजी से पूरी कर रहा है। 27 जुलाई को पांच एलीवेटेड स्टेशन और दो स्टेशनों के डिटेल डिजाइन कंसल्टेंट के लिए बोली लगाई जाएगी। इसमें दुहाई से शताब्दी नगर तक के स्टेशनों को लिया गया है।