Fight Against Corona: कोरोना योद्धाओं को Video conferencing से गीता और चरक के सूत्र पढ़ाएंगे रामदेव Meerut News
अब बाबा रामदेव क्वारंटाइन से आए डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टॉफ को गीता का पाठ बताएंगे। साथ ही चरक संहिता के प्रमुख सूत्र के बारे में भी जानकारी देगें।
मेरठ, [संतोष शुक्ल]। मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी कर निकले डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ के लिए नया होमवर्क बनाया गया है। क्वारंटाइन में रहते हुए वो श्रीमद्भागवत गीता पढ़ेंगे। योग गुरु बाबा रामदेव से वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़कर स्वस्थ रहने की वैदिक पद्धतियों की पढ़ाई करेंगे। योग गुरु के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने भी इसकी पुष्टि की है।
कृष्ण-अजरुन संवाद से लेंगे प्रेरणा
मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर एवं कोरोना वार्ड के नोडल अधिकारी डॉ. तुंगवीर सिंह आर्य ने क्वारंटाइन में जाने वाले सभी रेजीडेंट डॉक्टरों के लिए नया कोर्स बनाया है। यूं तो डॉ. आर्या डीएम गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट हैं, किंतु वो गीता, वेद, योग और आयुर्वेद में गहरी रुचि रखते हैं। डॉ. आर्य बताते हैं कि कोविड-19 वार्ड में कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी कर निकलने वाले डॉक्टरों को 14 दिन क्वारंटाइन में जाना होगा। इस दौरान उनकी मानसिक ताकत के लिए उन्हें प्राणायाम एवं योग में पारंगत बनाया जाएगा। खासकर, विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए अजरुन-कृष्ण संवाद को बेहद कारगर बताया है। अन्य पुस्तकें भी पढ़ सकेंगे। शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी से निकले 22 लोग बाइपास स्थित एक होटल में रखे गए हैं, जिनके लिए डॉ. आर्य गीता उपलब्ध करा रहे हैं। रोजाना वो ग्रुप के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़कर चुनिंदा अध्यायों की जानकारी देंगे।
रामदेव पढ़ाएंगे चरक के पाठ, काउंसिलिंग भी
कोविड-19 वार्ड के प्रभारी डॉ. टीवीएस आर्य ने योग गुरु बाबा रामदेव से भी संपर्क साधकर मेडिकल स्टाफ की काउंसिलिंग करने की अपील की है। योग गुरु डॉक्टरों को योग, प्राणायाम के साथ ही चरक संहिता भी पढ़ाएंगे। वो अपने संस्थान में आयुर्वेदिक औषधियों पर प्रामाणिक शोध-पत्रों को डॉक्टरों से साझा करेंगे।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जड़ी-बूटियों पर शोध कर रहे वनस्पतिशास्त्री भी मेडिकल स्टाफ से संवाद करेंगे। बाबा रामदेव रसोई में उपलब्ध जड़ी-बूटियों की जानकारी देंगे। विपरीत परिस्थितियों में ड्यूटी करने से एंजायटी न हो, इसके लिए डॉक्टरों का मनोबल बढ़ाएंगे। डॉ. आर्य का कहना है कि कोविड-19 वार्ड से निकलने वालों का मनोबल बनाकर रखना है। उन्हें गीता भेजी जाएगी।
रामदेव का मार्गदर्शन सौभाग्य का विषय
कठिन परिस्थितियों में मरीजों की सेवा की ताकत राष्ट्रधर्म ने ताकत दी। डॉ. आर्य ने लगातार प्रेरित किया। अब योगगुरु बाबा रामदेव हमसे संवाद करेंगे। वो चरक संहिता एवं गीता जैसे महान ग्रंथों पर बातें करेंगे, जो सौभाग्य का विषय है। बाबा को मेडिकल साइंस की भी गहरी जानकारी है, जिनसे हम सीखेंगे। हमारे साथ नर्स, वार्ड ब्वाय व स्वीपर सभी ने कड़ी मेहनत की। सभी की काउंसलिंग होगी, जो अच्छा अनुभव होगा।
डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह, कोविड टीम के वरिष्ठ सदस्य
कोरोना में नि:स्वार्थ काम कर रहे मेडिकलकर्मी
ये वाकई बहुत चुनौतीपूर्ण क्षण होते हैं, जब आप खतरनाक संक्रामक बीमारी वाले मरीजों के साथ छह-छह घंटे रोज रहें। किंतु एक डाक्टर का यही धर्म है, जो वो निस्वार्थ करता है। हमारे मेडिकल के स्टाफ में कई लड़के महीनों से मां-बाप से नहीं मिले। हाल में शादी हुई थी, किंतु परिवार से दूर हैं। बाबा रामदेव उन्हें प्राकृतिक एवं सेहतमंद जिंदगी एवं विचार के लिए प्रेरित करेंगे, जो गौरव की बात है। लोग अपनी पसंद की किताबें भी पढ़ेंगे। कोविड-19 का स्टाफ बहुत समर्पित मिला।
डॉ. आरसी गुप्ता, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज