Rakesh Tikait : अब MSP को लेकर होगा बड़ा आंदोलन, लखनऊ और चंडीगढ़ से होगी शुरुआत, मुजफ्फरनगर में बोले राकेश टिकैत
Rakesh Tikait मुजफ्फरनगर के गांव गोयला में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा की सरकार किसानों का खेती से मोह भंग करने के लिए नए-नए कानून ला रही है। सरकार ने एमएसपी देने की बात कही थी यह अभी तक यह लागू नहीं हुई।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। शाहपुर क्षेत्र के गोयला गांव में किसानों की समस्या को लेकर आयोजित किसान पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक और बड़े आंदोलन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की समस्या का समाधान कराए, एमएसपी व स्वामीनाथन की रिपोर्ट जल्द लागू करे। ऐसा नहीं हुआ तो देश में बड़ा आंदोलन होगा। इसके समाधान को सरकार संयुक्त किसान मोर्चा से बात करे, अकेले कोई बात नहीं होगी। आंदोलन की शुरुआत लखनऊ और चंडीगढ़ से करने की बात कही।
एमएसपी अभी तक नहीं हुई लागू
राकेश टिकैत ने कहा की सरकार किसानों का खेती से मोह भंग करने के लिए नए-नए कानून ला रही है। एक तरफ तो सरकार फ्री बिजली देने की बात कर रही थी। वहीं, अब किसानों की ट्यूबवेल की पावर बढ़ाने व मीटर लगाने का काम कर रही है। खेतों में पानी 10 पावर से आए या 50 पावर से हमें नही पता, हमें पानी चाहिए। सरकार ने कितनी सड़कें किसके कहने पर बनाई इसका हिसाब लिया जाएगा। हमें भी बराबर की हिस्सेदारी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने एमएसपी देने की बात कही थी अभी तक यह लागू नहीं हुई। भाकियू सरकार की नीतियां समझ रही है।
पंजाब-हरियाणा के लोग चंडीगढ़ व यूपी के लोग लखनऊ में करेंगे आंदोलन
उन्होंने कहा कि 26 नवंबर से पंजाब-हरियाणा के लोग चंडीगढ़ में व यूपी के लोग लखनऊ में आंदोलन करेंगे। कहा कि बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर आंदोलन की शुरुआत होगी। मिल व गन्ना विभाग के अधिकारी व बिजली विभाग के अधिकारी बुलाए जाएंगे और मौके पर ही सारी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। समाधान न हुआ तो मुजफ्फरनगर से ही आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। सरकार की दोहरी नीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बिहार के किसानों को 17 साल पहले सरकार ने मजदूर बना दिया
राकेश टिकैत ने कहा की जो कानून सरकार ने वापस लिया उस कानून से किसानों को मजदूर बनाने का काम बिहार में 17 साल पहले लागू कर कर दिया था। वहां के किसान को मजदूर बना दिया गया था। बिहार के किसानों के पास हमसे ज्यादा जमीन है। उसी कानून से अब आपको मजदूर बनाना चाहती है। मुजफ्फरनगर में जिला पंचायत सदस्यों को बराबर काम नहीं दिया जा रहा।