मेरठ दौरा : आधे रास्ते से पूरा संदेश दे गए राहुल और प्रियंका Meerut News
मंगलवार को राहुल-प्रियंका के बीच रास्ते से ही लौटने पर स्थानीय नेताओं-कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और प्रशासन-पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया।
मेरठ, [रवि प्रकाश तिवारी]। मोहिउद्दीनपुर चौकी से परतापुर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने राहुल गांधी-प्रियंका वाड्रा का काफिला रोक लिया और पांच मिनट की बातचीत के बाद उन्हें दिल्ली लौटा दिया। राहुल-प्रियंका के बीच रास्ते से ही लौटने पर स्थानीय नेताओं-कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और प्रशासन-पुलिस पर अपने नेता के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर धरना-प्रदर्शन भी किया। वैसे राहुल-प्रियंका के इस अधूरे दौरे ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। मेरठ का सियासी ताप चढ़ गया है। सपा-बसपा खेमे में उधेड़बुन शरू हो गई है। एक ओर वे इस कदम का विरोध कर नहीं सकते वहीं दूसरी ओर वे कांग्रेस को इस मामले में बढ़त देना नहीं चाहते।
कहा कि उत्तेजना फैल सकती है
बहरहाल, परतापुर में राहुल-प्रियंका की गाड़ी रोकने के बाद सीओ चक्रपाणि त्रिपाठी ने कहा कि हिंसा को देखते हुए मेरठ में धारा 144 लगाई गई है। ऐसे में आपसे आग्रह है कि वहां न जाएं, उत्तेजना फैल सकती है। माहौल बिगड़ सकता है। इस बीच सीओ ने उन्हें धारा 144 के उल्लंघन का नोटिस थमाया और लगातार आग्रह करते रहे। प्रियंका-राहुल का पुलिस के साथ लंबा संवाद चला। आखिरकार गतिरोध टूटा और राहुल गांधी ने दिल्ली की ओर गाड़ी घुमाने का निर्देश दे दिया। राहुल-प्रियंका भले ही लिसाड़ीगेट के उन परिवारों तक नहीं पहुंच पाए जिनके घर के लोग हिंसा के दौरान मारे गए थे, लेकिन भाई-बहन जो संदेश देना चाहते थे, वे मेरठ की सीमा से ही देकर लौट गए।
राहुल और प्रियंका समेत कई नेताओं के नोटिस तैयार
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि जनपद में धारा 144 लागू है। एक स्थान पर यदि भीड़ जमा होगी तो पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ेगी। साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के मेरठ आगमन पर उनके लिए नोटिस तैयार कर लिया था। एसएसपी ने कहा कि दोनों नेताओं के आने पर कोई रोक नहीं लगाई गई है, सिर्फ उन्हें नोटिस देकर अवगत कराया गया था कि शहर में प्रवेश करने के बाद यदि कानून व्यवस्था प्रभावित होती है, तो उसकी जिम्मेदारी कांग्रेस नेताओं की है। कांग्रेस नेता इमरान मसूद समेत कई नेताओं को नोटिस जारी किया गया।
राहुल-प्रियंका और सीओ के बीच कुछ यूं चला संवाद
सीओ : कहां भागे चले जा रहे हैं आपलोग। रूक जाइए, हम आपकी सुरक्षा में ही हैं, आपके साथ हैं। आप हमें बताइए हम आपके साथ चलेंगे।
राहुल : क्यों रोका जा रहा है?
सीओ : धारा 144 लगी है मेरठ में। आप आगे न जाएं।
राहुल : आपके पास कोई आदेश है क्या?
सीओ : सर, दौरा स्थगित नहीं हो सकता?
राहुल : आप क्या चाहते हैं, हम न जाएं?
सीओ : मेरा निवेदन तो यही है।
राहुल : निवेदन है तो चलिए, न जाने का आर्डर दिखाइए।
सीओ : मैं कौन होता हूं आर्डर दिखाने वाला, मैं तो निवेदन कर रहा हूं।
राहुल : आप ऑर्डर दिखा दीजिए, हम रूक जाएंगे।
प्रियंका : आशंका क्या है?
सीओ : आशंका मैम यह है कि कहीं उत्तेजना न फैल जाए। माहौल खराब न हो जाए..।
प्रमोद तिवारी : ये जिम्मेदार लोग हैं, उत्तेजना नहीं फैलेगी। चलो जाने दो।
प्रियंका : पीछे कितने लोग हैं। कुछ लोग कम हो जाओ। प्रमोद जी आप भी हमारी गाड़ी में आ जाओ।
राहुल : (प्रियंका को रोकते हुए सीओ से) अगर आप चाहते हो हम लोग न जाएं तो आप ऑर्डर दे दो हम नहीं जाएंगे।
सीओ : मैं कौन होता हूं ऑर्डर देने वाला। मैं तो अनुरोध ही कर रहा हूं आपसे। इट्स जस्ट ए रिक्वेस्ट सर। हम्बल रिक्वेस्ट। ये धारा 144 के उल्लंघन का नोटिस है। इसे रिसीव कीजिए। (थोड़ा रूककर) आप अगर रूक जाते ..संडे-मंडे तक का दौरा बना लें, हमें बता दें तो ठीक रहेगा।