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पार्षद की मौत पर उठ रहे सवाल, हत्या या आत्महत्या

पार्षद मुनीश कुमार उर्फ मिंटू की मौत की गुत्थी अभी पुलिस भी सुलझा नहीं पा रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 08:00 AM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 08:00 AM (IST)
पार्षद की मौत पर उठ रहे सवाल, हत्या या आत्महत्या
पार्षद की मौत पर उठ रहे सवाल, हत्या या आत्महत्या

मेरठ,जेएनएन।

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पार्षद मुनीश कुमार उर्फ मिंटू की मौत की गुत्थी अभी पुलिस भी सुलझा नहीं पा रही हैं। परिवार के लोगों ने हत्या का आरोप लगाकर तहरीर दी हैं, जबकि पुलिस काल डिटेल से सच को ढूंढने का दावा कर रही है। दरअसल, पुलिस का दावा है कि अभी तक ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है, जिससे पार्षद की मौत को हत्या बताया जा सके। हालाकि हत्या की कई वजह पुलिस की जाच में सामने आ रही है, जिनको आधार बनाकर मामले की जाच की जा रही है। पुलिस ने पार्षद की महिला दोस्त को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की।

जिटौली निवासी पार्षद मिंटू के क्रेटा में ड्राइविंग सीट पर खून से लथपथ शव को देखकर अभी हत्या से भी पुलिस इन्कार नहीं कर रही हैं। क्योंकि पुलिस की जाच में हत्या की कई वजह भी सामने हैं। पुलिस हत्या के मामले में तीन प्वाइंटों पर मोबाइल सीडीआर से मामले की जाच कर रही है। मान रही है कि मिंटू की महिला दोस्त भी दूसरे व्यक्ति के साथ मिलकर उसकी हत्या करा सकती है। दूसरे प्वाइंट में पुलिस महिला दोस्त के पति को जाच के दायरे में ले रही हैं। तीसरे प्वाइंट में मिंटू की पत्नी और ससुराल वालों को भी शक के दायरे में रखकर जाच कर रही है। हालाकि अभी तक पुलिस को जो साक्ष्य मिले है, सभी आत्महत्या की तरफ इशारा कर रहे हैं। इधर, पार्षद के साले कुलदीप की तरफ से हत्या की तहरीर दी गई हैं। इंस्पेक्टर का कहना है कि पूरे मामले की जाच के बाद ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि पुलिस प्रत्येक तथ्य पर जाच कर रही है। अभी तक की जाच में मामला आत्महत्या का मामला ही सामने आ रहा है। ये सवाल जिनका जवाब जरूरी है

-लाइसेंसी हथियार होने के बावजूद मिंटू ने तमंचे से गोली क्यों मारी। इस पर पुलिस का तर्क है कि मिंटू की पत्नी ने बताया है कि कई बार पार्षद आत्महत्या की धमकी दे चुका था। उसके चलते लाइसेंसी हथियार को पत्नी ने अपने कब्जे में ले रखा था। अब सवाल यह उठता है कि पुलिस थ्योरी के मुताबिक ही जो व्यक्ति लिव इन में रह सकता है, चार साल पहले दारोगा को पीट सकता है, वह पत्‍‌नी के रिवाल्वर न देने पर मान जाएगा। -गोली दाहिनी तरफ से प्रवेश करने के बाद बाएं तरफ से निकल गई। सवाल यह उठता है कि पार्षद के दाहिने हाथ में रिवाल्वर था। ऐसे में वह आराम से दाहिनी कनपट्टी पर ही सटाकर गोली मार सकता था। दाहिना हाथ का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति अमूमन बायीं कनपट्टी पर तमंचा क्यों सटाएगा। वैसे भी तमंचा अगर दाहिने हाथ से बांयी कनपट्टी पर मारा जाएगा तो गोली तिरछे सिर के पिछले हिस्से से निकलेगी, न कि सुराग बनाती सीधी। ऐसे में सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि कहीं कोई बगल की सीट पर तो नहीं बैठा और उसी ने पार्षद को गोली मार दी। -सेंट्रल लाक सिस्टम में किसी के बाहर निकलने के बाद भी गाड़ी अंदर से बंद हो सकती है। सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि गोली मारने के बाद स्टार्ट गाड़ी छोड़ हत्यारे ने सेंट्रल लाक के जरिए ही गाड़ी खोली और लॉक गिराकर फिर गेट को धक्का देकर बंद कर दिया। -तमंचे से गोली किसने चलाई हैं, इसके लिए भी फोरेंसिंक टीम ने पार्षद के हाथ से गोली का पावडर लिया हैं, हाथ ही उसके फिंगर प्रिंट तमंचे से मिलान के लिए भी फोरेंसिंक लैब भेजे गए। -पार्षद की आडियो रिकॉìडग कब की हैं, पुलिस की जाच में बताया गया है कि पार्षद ने 12.21 पर एक मिनट 20 सेकेंड की रिकाìडग की हैं, जो अपने मामा को दो मिनट बाद भेज दी। उसमें बोला है कि मैं खुद को खत्म कर रहा हूं, मेरे बच्चों का ख्याल रखना। इस पर सवाल यह उठाया जा रहा है कि अभी तक उक्त आडियों को सार्वजनिक नहीं किया गया है। साथ ही योजनाबद्ध ढंग से परिवार को डराने के मकसद से यह आडियो भिजवाई गई हो और फिर पार्षद की हत्या कर दी गई हो। रिवाल्वर या तमंचे का भय दिखाकर भी कुछ भी रिकॉर्ड कराना असंभव नहीं है। -पार्षद की महिला मित्र ने कैब अपने जाने के लिए या तलासने के लिए बुलाई थी। होटल बिग बाइट की सीसीटीवी फुटेज में सामने आया है कि पार्षद के रात 11.30 बजे जाने के बाद उसकी महिला दोस्त ने तलाशने के लिए ओला कैब बुलाई थी। हालाकि पुलिस सीडीआर से सभी तथ्यों की पड़ताल कर रही है।

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कुलदीप बोले, पुलिस की थ्योरी झूठी, मेरे बहनोई का किसी से कोई अफेयर नहीं था

मृतक भाजपा पार्षद मुनीश कुमार उर्फ मिंटू का साला कुलदीप धामा का पूरे प्रकरण में कहना है कि उनके बहनोई पार्षद का किसी भी महिला से अफेयर नहीं था। पुलिस जिस थ्योरी को बता रही है, वह गलत है। पार्षद अपनी पत्नी और बच्चों में बेहद खुश थे। यह किसी का षड़यंत्र है, जो इसे महिला मित्र को बीच में लेकर जोड़कर बता रहा है। बुधवार को पार्षद के साथ कोई भी महिला मित्र उनके घर पर नहीं आई। इससे ज्यादा मैं भी नहीं जानता। मगर, माग है कि पुलिस को हमने अज्ञात हमलावर के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है, जिस पर पुलिस को जाच कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए।


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