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तामझाम के साथ प्रशिक्षण केंद्र में हो गई वन रेंजर के बेटे की शादी, कई नियम हुए तार-तार

शादी कार्यक्रम वानिकी प्रशिक्षण केंद्र हस्तिनापुर में हुआ था। जांच पड़ताल के बजाए मामले को ठंडे बस्ते में डाला।

By Taruna TayalEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 11:14 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 12:22 AM (IST)
तामझाम के साथ प्रशिक्षण केंद्र में हो गई वन रेंजर के बेटे की शादी, कई नियम हुए तार-तार
तामझाम के साथ प्रशिक्षण केंद्र में हो गई वन रेंजर के बेटे की शादी, कई नियम हुए तार-तार

मेरठ, जेएनएन। हस्तिनापुर के वानिकी प्रशिक्षण केंद्र परिसर में परीक्षितगढ़ वन रेंजर के बेटे का शादी समारोह कई सवाल खड़े कर गया। इस आयोजन में कई नियम तार-तार हुए। प्रदेश के पुलिस मुखिया तक को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई, लेकिन जांच तो दूर मामले को ही ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।परीक्षितगढ़ वन रेंजर जगन्नाथ के बेटे की शादी सोमवार को हस्तिनापुर के वानिकी प्रशिक्षण केंद्र परिसर में हुई। कोरोनाकाल में इतना बड़ा तामझाम और हस्तिनापुर अभयारण्य में शादी जैसे आयोजनों को लेकर तमाम सवाल खड़े हो गए। एसओ हस्तिनापुर धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि वह एक सूचना पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो आयोजकों के पास 30 लोगों की अनुमति थी। इससे आलाधिकारियों को भी अवगत करा दिया। उन्होंने कहा कि हलवाई, टेंट, कैटरिंग के लोगों की संख्या इसमें नहीं जोड़ी जाती है।

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प्रशिक्षण केंद्र में कैसे हुआ आयोजन

वधू पक्ष के लोग बुलंदशहर के बताए गए लेकिन विवाह कार्यक्रम की व्यवस्था दूल्हे के पिता ने की। उन्होंने विभाग से अनुमति प्राप्त होने की बात कही। बता दें कि यहां वन विभाग के प्रशिक्षु प्रशिक्षण लेते हैं। ऐसे में निजी कार्यक्रम के आयोजन पर सवाल उठ रहे हैं। वह भी कोरोना काल में।

कछुओं को संरक्षित करने के लिए है तालाब

वानिकी प्रशिक्षण केंद्र में बाहरी लोगों का आवागमन प्रतिबंधित है। ऐसे में वहां शादी का इंतजाम वन विभाग के अधिकारियों पर ही सवाल खड़े करता है। वहीं, नमामि गंगे के तहत यहां स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा के गंगा व्याख्यान केंद्र के साथ हस्तिनापुर वन्य जीव विहार भी है। कछुओं को संरक्षित करने के लिए आधुनिक तालाब भी बना है। फिलवक्त यहां 250 से अधिक कछुए हैं। इस तरह के निजी कार्यक्रमों से वन्य जीव प्रभावित हो सकते हैं।

टेंट वालों और हलवाई की संख्या ही 100 से अधिक

आयोजन में साज-सज्जा व कैटरिंग की व्यवस्था मेरठ कैंट के बलदेव टेंट हाउस ने की थी। सौ से अधिक संख्या तो टेंट वालों व हलवाइयों की ही थी। ऐसे में अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि कितने लोगों के भोजन का इंतजाम किया गया होगा।

वानिकी प्रशिक्षण केंद्र में निजी कार्यक्रम के लिए अनुमति दी गई थी। केंद्र परिसर में विभागीय स्टाफ को निजी कार्यक्रम नियमानुसार करने की अनुमति है। इसकी जांच पुलिस भी कर चुकी है।

-सूरज सिंह, डीएफओ मुजफ्फरनगर, अतिरिक्त प्रभार मेरठ

शादी समारोह में शारीरिक दूरी के नियमों की शर्तों के तहत 30 लोगों की अनुमति मैंने दी थी। शादी समारोह के लिए नाइट कफ्र्यू में भी छूट है।

-ऋषिराज, एसडीएम मवाना

मैंने प्रशिक्षण केंद्र में शादी समारोह की अनुमति ली थी। यह पुलिस को भी दिखा चुका हूं। टेंट वाले ने शारीरिक दूरी का पालन कराने के मकसद से टेंट फैला दिए थे। इससे आयोजन स्थल काफी बड़ा दिख रहा था।

-जगन्नाथ, रेंजर, वन विभाग परीक्षितगढ़ 


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