खाते में पैसे डालो, बोर्ड परीक्षा में अच्छा रिजल्ट पाओ
बोर्ड परीक्षा में नकल कराकर मोटी रकम वसूलने की दाल नहीं गली तो अब रिजल्ट बेहतर करवाने के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं।
By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 14 Apr 2019 03:56 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2019 03:56 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद भी नकल माफिया छात्र-छात्रओं व परिजनों का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। बोर्ड परीक्षा में नकल कराकर मोटी रकम वसूलने की दाल नहीं गली तो अब रिजल्ट बेहतर करवाने के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं। छात्र-छात्रओं व परिजनों को अंजान लोग फोन कर रिजल्ट अच्छा कराने के नाम पर रुपये मांग रहे हैं। जिन छात्रों की परीक्षा खराब हो गई है वह जल्दी ऐसे लोगों के झांसे में आ रहे हैं।
आपका रिजल्ट अधूरा है
फोन पर छात्र-छात्रओं व परिजनों को यह बताया जा रहा है कि उनका रिजल्ट अधूरा है। अधूरे रिजल्ट को पूरा कराने के नाम पर मोटी रकम मांगी जा रही है। जो लोग रुपये देने में थोड़ा आना-कानी कर रहे हैं उन्हें धमकी भी दी जा रही है। धमकाया जा रहा है कि यदि उन्होंने रुपये नहीं दिए तो उनके परीक्षाफल कभी पूर्ण नहीं होंगे और रिजल्ट भी जारी नहीं होगा। इतना ही नहीं रुपये भेजने के लिए परीक्षार्थियों व परिजनों को बैंक की बचत खाता संख्या और आइएफएससी कोड भी भेजा जा रहा है।
दरवाजे व सेंध बंद तो धोखाधड़ी शुरू
परिषद की ओर से पिछले दो सालों में नकल माफिया के खिलाफ की गई सख्ती के कारण परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने में काफी हद तक मदद मिली है। रुपये लेकर केंद्रों पर सेटिंग का खेल और मूल्यांकन केंद्रों पर कापियां बदलने का खेल रुका तो अब परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों को ठगने का धंधा शुरू हो गया है। स्कूलों या जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों से छात्र-छात्रओं का डाटा किसी तरह निकालकर उन्हें फोन किया जा रहा हे। जिसका रिजल्ट खराब है वह बच्चा डर जाता है। ऐसे में उसे अपने झांसे में लेने के लिए वह बार-बार फोन करते हैं। रुपये मिलने के बाद रिजल्ट निकलने तक आश्वासन देते रहेंगे। यूपी बोर्ड की व्यवस्था में हर परीक्षार्थी का रिजल्ट वैसे ही अच्छा होने वाला है। ऐसे में रिजल्ट के बाद ठगों की धाक भी रह जाएगी और साल 2020 की बोर्ड परीक्षा में उन्हें और लोगों को ठगने का अवसर मिल जाएगा।
इन्होंने बताया
पूरे सिस्टम में बाहर से रिजल्ट ठीक कराने को कोई प्रावधान ही नहीं छोड़ा गया है। यदि किसी के पास ऐसा कोई फोन आता है तो वह रुपये कतई न भेजे और हमें सूचित करें।
- राणा सहस्त्रंशु कुमार ‘सुमन’, सचिव, मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय
कोई न भेजे रुपये
यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने विज्ञप्ति जारी कर सभी छात्र-छात्रओं व परिजनों को आगाह किया है कि इस तरह का कोई फोन आने पर उन्हें रुपये न भेजे जाएं। परीक्षाफल को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम में न आए और इनके खिलाफ पुलिस में शिकायत कराएं जिससे अन्य लोग भी बच सकें।
आपका रिजल्ट अधूरा है
फोन पर छात्र-छात्रओं व परिजनों को यह बताया जा रहा है कि उनका रिजल्ट अधूरा है। अधूरे रिजल्ट को पूरा कराने के नाम पर मोटी रकम मांगी जा रही है। जो लोग रुपये देने में थोड़ा आना-कानी कर रहे हैं उन्हें धमकी भी दी जा रही है। धमकाया जा रहा है कि यदि उन्होंने रुपये नहीं दिए तो उनके परीक्षाफल कभी पूर्ण नहीं होंगे और रिजल्ट भी जारी नहीं होगा। इतना ही नहीं रुपये भेजने के लिए परीक्षार्थियों व परिजनों को बैंक की बचत खाता संख्या और आइएफएससी कोड भी भेजा जा रहा है।
दरवाजे व सेंध बंद तो धोखाधड़ी शुरू
परिषद की ओर से पिछले दो सालों में नकल माफिया के खिलाफ की गई सख्ती के कारण परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने में काफी हद तक मदद मिली है। रुपये लेकर केंद्रों पर सेटिंग का खेल और मूल्यांकन केंद्रों पर कापियां बदलने का खेल रुका तो अब परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों को ठगने का धंधा शुरू हो गया है। स्कूलों या जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों से छात्र-छात्रओं का डाटा किसी तरह निकालकर उन्हें फोन किया जा रहा हे। जिसका रिजल्ट खराब है वह बच्चा डर जाता है। ऐसे में उसे अपने झांसे में लेने के लिए वह बार-बार फोन करते हैं। रुपये मिलने के बाद रिजल्ट निकलने तक आश्वासन देते रहेंगे। यूपी बोर्ड की व्यवस्था में हर परीक्षार्थी का रिजल्ट वैसे ही अच्छा होने वाला है। ऐसे में रिजल्ट के बाद ठगों की धाक भी रह जाएगी और साल 2020 की बोर्ड परीक्षा में उन्हें और लोगों को ठगने का अवसर मिल जाएगा।
इन्होंने बताया
पूरे सिस्टम में बाहर से रिजल्ट ठीक कराने को कोई प्रावधान ही नहीं छोड़ा गया है। यदि किसी के पास ऐसा कोई फोन आता है तो वह रुपये कतई न भेजे और हमें सूचित करें।
- राणा सहस्त्रंशु कुमार ‘सुमन’, सचिव, मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय
कोई न भेजे रुपये
यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने विज्ञप्ति जारी कर सभी छात्र-छात्रओं व परिजनों को आगाह किया है कि इस तरह का कोई फोन आने पर उन्हें रुपये न भेजे जाएं। परीक्षाफल को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम में न आए और इनके खिलाफ पुलिस में शिकायत कराएं जिससे अन्य लोग भी बच सकें।
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