सफाई हुई तो बदले बेगमबाग के हालात
पॉश होने के बाद भी नगर निगम की उपेक्षा तथा गंदगी की मार झेल रहे मोहल्ला बेगमबाग के लोगों को गुरुवार को दैनिक जागरण के विशेष सफाई अभियान से खासी राहत मिली। गंदगी साफ हुई, कूड़े के ढेर उठे तथा सड़कों पर बहने वाला नालियों का पानी साफ हुआ तो जनता खुश हुई। महापौर सुनीता वर्मा तथा अपर नगर आयुक्त ने उनकी अन्य समस्याएं भी सुनी।
मेरठ। पॉश होने के बाद भी नगर निगम की उपेक्षा तथा गंदगी की मार झेल रहे मोहल्ला बेगमबाग के लोगों को गुरुवार को दैनिक जागरण के विशेष सफाई अभियान से खासी राहत मिली। गंदगी साफ हुई, कूड़े के ढेर उठे तथा सड़कों पर बहने वाला नालियों का पानी साफ हुआ तो जनता खुश हुई। महापौर सुनीता वर्मा तथा अपर नगर आयुक्त ने उनकी अन्य समस्याएं भी सुनी।
नगर निगम के वार्ड 52 का मोहल्ला बेगमबाग पुराने शहर का हिस्सा है। यह वीआइपी क्षेत्र है। यहां पूर्व महापौर मधु गुर्जर से लेकर शहर के तमाम सेठ रहते हैं। इसके बावजूद यहां सफाई और नगर निगम की जनसुविधाओं का हाल बेहाल है। परेशान जनता को राहत दिलाने के लिए गुरुवार को दैनिक जागरण ने यहां अपना विशेष सफाई अभियान स्वच्छ मेरठ, स्वस्थ मेरठ चलाया। अभियान के दौरान निगम के सफाई कर्मचारियों की टीम ने सफाई निरीक्षक प्रमोद सैनी के नेतृत्व में बेगमबाग की आधा दर्जन से ज्यादा गलियों में सफाई की। वहां फैला कूड़ा साफ किया और कूड़े के ढेर उठा लिये। नालियां साफ हो गई। जिससे सड़कों तक उफन रहा उनका पानी नाली में समा गया। पूरे क्षेत्र में फैला कूड़ा साफ हुआ और चूना डाला गया तो मोहल्ले के हालात ही बदल गये।
महापौर सुनीता वर्मा, अपर नगर आयुक्त अलीहसन कर्नी और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. कुंवरसैन ने पूरे क्षेत्र में घूमकर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने अपनी समस्याएं बताई जिनके समाधान का उन्होंने आश्वासन दिया।
बेगमबाग की प्रमुख समस्याएं
- सफाई कर्मचारी नहीं आते। आते हैं तो अभद्रता करते हैं।
- नालियां कूड़े से अटी, सड़कों पर कूड़े के ढेर लगे हैं।
- लोगों ने खाली प्लॉट में भी कूड़ा भर दिया है। परेशान लोग अपने हाथ से सफाई करते हैं।
- गढ़ रोड पर मुख्य सड़क का नाला कूड़े से भरा है और टूटा है।
- सीवर लाइन पुरानी है और चोक है। उसके पानी को लोगों ने नालियों में जोड़ दिया है
- स्ट्रीट लाइटें खराब हैं।
- गंदगी से मच्छर और बीमारियां फैल रही हैं।
- हैंडपंप खराब पड़े हैं।
- डोर टू डोर वाली गाड़ी पूरे क्षेत्र में नहीं जाती है।
- कई सड़क क्षतिग्रस्त हैं। उनका निर्माण जरूरी है। जनता बोली, महीनों तक नहीं आता कूड़ा उठाने वाला वाहन
मोहल्ले में सफाई कर्मचारी नहीं आते हैं। कूड़ा यहां वहां फैला रहता है। अब डोर टू डोर कूड़ा लेने वाली गाड़ी कुछ गलियों में आती है।
सुमन
सफाई को लेकर मोहल्ला लंबे समय से उपेक्षित है। कूड़े के ढेर लगे रहते हैं तथा नालियां कूड़े से अटी हैं। कूड़ा उठाने के लिये यहां गाड़ी भी महीने भर तक नहीं आती।
किशन
मोहल्ले में सीवर लाइन काफी पुरानी है। वह चोक हो गई है। नगर निगम से निराश होने के बाद लोगों ने मजबूरी में उसे नाली से जोड़ दिया है।
संध्या
मोहल्ले में कई गलियां क्षतिग्रस्त हैं। लोगों ने कूड़ा खाली प्लॉट में ही भर दिया है। नगर निगम ने इस क्षेत्र को उपेक्षित कर रखा है।
राज
सफाई कर्मचारी पप्पू पैसा मांगता है। पैसा नहीं मिलता तो काम नहीं करता, ऊपर से अभद्रता करता है। स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। हैंडपंप भी यहां अधिकांश खराब हैं।
राजकुमार
इन्होंने कहा--
बेगमबाग में सफाई की शिकायतें थीं। कूड़े के ढेर लगे थे। गंदगी फैली थी। नालियों पर कब्जे हैं। सीवर लाइन चोक है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी को नियमित सफाई और कूड़ा उठवाने के निर्देश दे दिये गये हैं। अन्य समस्याओं का भी प्राथमिकता पर समाधान कराया जाएगा।
सुनीता वर्मा, महापौर
लोगों की शिकायतें सुनी हैं। सफाई की समस्याएं ज्यादा थीं। सफाई निरीक्षक और सुपरवाईजर को निर्देश दिये हैं। स्ट्रीट लाइट और हैंडपंप समेत अन्य समस्याओं के समाधान का निर्देश संबंधित अफसरों को दिया है।
अलीहसन कर्नी, अपर नगर आयुक्त
सफाई की शिकायतों पर तथा कूड़ा रोजाना न उठाये जाने पर सफाई निरीक्षक और सुपरवाइजर का जवाब तलब किया जा रहा है। यहां सफाई से संबंधित समस्याओं का प्राथमिकता पर समाधान कराया जाएगा।
डा. कुंवरसैन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी
मोहल्ले में जनसुविधाएं नहीं हैं। बार बार निगम अफसरों को यह बताया जा रहा है। लेकिन सुधार नहीं हो रहा है। आज दैनिक जागरण के सफाई अभियान से खासी राहत मिली है। यहां नाला और सड़क निर्माण होना आवश्यक है।
मनमोहन जौहरी, पार्षद