Unlock-1: कोरोना से निपटने को आस्था के दरबारों में भक्तों के लिए कुछ ऐसी की गई तैयारियां Meerut News
धार्मिक स्थल खोले जाने की घोषणा के बाद आस्था के दरबारों में तैयारियां तेज हो गई हैं। औघड़नाथ मंदिर में रविवार को साफ सफाई हुई। मंदिर समिति ने गर्भ गृह में प्रवेश निषेध कर दिया है।
मेरठ, जेएनएन। Unlock-1 धार्मिक स्थल खोले जाने की घोषणा के बाद आस्था के दरबारों में तैयारियां तेज हो गई हैं। औघड़नाथ मंदिर में रविवार को साफ सफाई हुई। मंदिर समिति ने गर्भ गृह में प्रवेश निषेध कर दिया है। औघड़नाथ मंदिर समिति के महामंत्री सतीश सिंघल ने बताया कि मंदिर में थर्मल स्कैनिंग के बाद ही भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा। फूल विक्रेताओं ने भी माला बनाने का काम शुरू कर दिया है।
ऐसा किया गया इंतजाम
बुढ़ाना गेट मंदिर समिति ने प्रसाद को संक्रमण रहित बनाने के लिए अल्ट्रा वायलट चेंबर का इंतजाम किया है। इसमें सूखे मेवे और फल रखने के बाद भक्तों को प्रसाद के रूप में वितरित किए जाएंगे। बुढ़ाना गेट स्थित सिद्धपीठ हनुमान मंदिर के प्रबंधक अनिल पाठक ने बताया कि मंदिर में भक्तों का प्रवेश मुख्य सड़क से और निकास गली से होगा। हाथों को सैनिटाइज करने के लिए ऑटोमेटिक डिस्पेंसिंग मशीन लगाई जाएगी। पांच-पांच लोगों को दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा। घंटा बजाने और ग्रिल छूने की मनाही होगी।
मस्जिद
शाही जामा मस्जिद में भी रविवार को फर्श की धुलाई की गई। नायब शहर काजी जैनुर राशिदीन ने अपनी निगरानी में सफाई करायी। हापुड़ रोड स्थित जुबैदा मस्जिद के इमाम कारी अफ्फान ने बताया कि थर्मल स्कैनर की व्यवस्था कर ली गई है। जांच के बाद नमाजियों को प्रवेश दिया जाएगा। कारी शफीकुर्रहमान ने कहा कि बीमार और कमजोर घरों पर ही नमाज अदा करें। बिना मास्क पहने मस्जिद में प्रवेश न करें। खैरनगर पत्थर वाली मस्जिद का रखरखाव करने वाले हाजी इलियास ने बताया कि शासन के दिशा निर्देशों का अनुपालन कराने की पूरी व्यवस्था की गई है।
गुरुद्वारा
थापरनगर स्थित गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा के महामंत्री हरप्रीत सिंह ने बताया कि सत्संग हाल में संगत को शारीरिक दूरी का अनुपालन कराने के लिए निशान लगा दिए गए हैं। सैनिटाइजर की व्यवस्था प्रवेश द्वार पर ही रहेगी। लेखानगर स्थित गुरुद्वारे के प्रबंधक गुरु¨वद्र सिंह ने बताया कि संगत को गुरुद्वारे में प्रवेश से पहले हाथ और पैर धोना अनिवार्य है। बाबा जी का फोटो और गुरु ग्रंथ साहिब को न छुएं। श्रद्धालु अपना सिर ढ़कने के लिए रुमाल घर से लाएं।
गिरजाघर
चर्चो को भी शासन की गाइड लाइन के अनुसार खोले जाने की तैयारी है। साकेत स्थित सिटी मैथोडिस्ट चर्च के ब्रदर ललित स्टीफन ने बताया कि चर्च के अंदर और बाहर सैनिटाजेशन किया जा रहा है। प्रवेश द्वार पर हैंड वाश की व्यवस्था रहेगी। 65 वर्ष से अधिक और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को चर्च आने से मना किया गया है। कैथोलिक समुदाय के सबसे बड़े गिरजाघर सेंट जोजफ में रविवार को भी बिशप फ्रांसिस कालिस्ट ने ऑन लाइन प्रार्थना करायी। पल्ली पुरोहित फादर जान चिमन ने कहा कि गिरजाघर कंटेनमेंट जोन में है। इसलिए प्रशासन के अग्रिम आदेशों तक विश्वासियों के लिए गिरजाघर बंद रहेगा। ऑनलाइन प्रार्थना जारी रहेगी।