शक्तिशाली बनने के लिए शक्तिशाली सोच जरूरी
एक शक्तिशाली महिला बनने के लिए एक शक्तिशाली सोच जरूरी है। इसके लिए खुद में उत्साह और नया सीखने की इच्छा जरूरी है।
मेरठ, जेएनएन। एक शक्तिशाली महिला बनने के लिए एक शक्तिशाली सोच जरूरी है। इसके लिए खुद में उत्साह और नया सीखने की इच्छा जरूरी है। एक बार महिला अगर उन बाधाओं की पहचान कर ले जो समाज में या खुद के भीतर हैं, तो उन्हें खत्म करना मुश्किल नहीं है। यह बात मिशन शक्ति वेबिनार के तीसरे दिन डा. सारिका श्रीवास्तव ने कहीं। चौ. चरणसिंह विवि में आयोजित वेबिनार में प्रो.अर्चना शर्मा ने कहा कि वे अब एक ऐसी परियोजना पर काम कर रही हैं, जो महिलाओं को सशक्त बनाएगी। उनकी ताकत पहचानने में मदद करेंगी। प्रतिकुलपति प्रो.वाई विमला ने कहा कि हर जाति, धर्म, समुदाय की महिलाएं बराबर हैं और उन्हें समान अधिकार प्राप्त हैं। आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं है। प्रो. बिदू शर्मा ने कहा कि बहुत सी महिलाओं अपनी प्रतिभा और हुनर का प्रदर्शन पूरी दुनिया के सामने किया। दूसरी महिलाओं के अंदर आगे बढ़ने के लिए नया जोश भरा। प्रो. नीलू जैन गुप्ता, प्रो. संजय भारद्वाज, कई कालेजों के प्राचार्य और छात्राएं उपस्थित रहे।