हवा की रफ्तार ने उड़ा दिए प्रदूषण के ‘होश’,पढ़िए अपने शहर में Pollution का हाल Meerut News
शहर में छठ पूजा के अवसर पश्चिम विक्षोभ अस्तित्व में आया था। तीन नवंबर को सूर्य देव को भक्तों द्वारा अर्घ्य दिया जाना था लेकिन उस दिन स्थिति और विकराल हो गई थी।
मेरठ, जेएनएन। जिन हवाओं के मंद पड़ने से मेरठ समेत पूरा एनसीआर स्मॉग के कहर से सहम गया था। मंगलवार को इसी हवा के रफ्तार पकड़ते ही स्मॉग की चादर गायब हो गई और शहर की आबोहवा काफी हद तक दोपहर में सुधरी नजर आई। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि अब छह नवंबर तक स्थिति ऐसी ही रहेगी। आर्य नगर, मंगलपांडे नगर में तो पीएम 2.5 का स्तर 60 और 80 के बीच दर्ज किया गया। यह अच्छा और माडरेट श्रेणी का माना जाता है।
पश्चिम विक्षोभ का अस्तित्व
बताते चलें कि छठ पूजा के अवसर पश्चिम विक्षोभ अस्तित्व में आया था। तीन नवंबर को सूर्य देव को भक्तों द्वारा अर्घ्य दिया जाना था, लेकिन उस दिन स्थिति और विकराल हो गई थी। मेरठ पूरे दिन स्मॉग की चपेट में रहा और लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था। अब पश्चिम विक्षोभ के चार नवंबर को हिमालय क्षेत्र से आगे निकलने के बाद ही हालात में कुछ सुधार हुआ।
क्या कहते हैं पर्यावरणविद
जम्मू कश्मीर से सटे हिमालय क्षेत्र में जब-जब पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होता है, तब-तब मेरठ और एनसीआर की फिजा में बदलाव आता है। पर्यावरणविद अभिषेक दीक्षित ने बताया कि पश्चिम विक्षोभ के हिमालय के ऊपर पहुंचते ही राजस्थान में चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र विकसित हो जाता है। यह क्षेत्र उस दिन से दिल्ली और मेरठ की ओर हवा को ब्लॉक कर देता है, जिससे नम हवा का प्रवाह बढ़ जाता है। शुष्क उत्तर पश्चिम हवा का प्रभाव रुक जाता है। चार नवंबर को पश्चिम विक्षोभ के आगे बढ़ते ही बंद हवा एक बार फिर खुलकर बहने लगी। इससे सोमवार को सुबह 9 बजे के बाद से ही लगातार हवा का प्रवाह प्रदूषण की कालिमा को उड़ाकर ले जाने लगा। मंगलवार को मौसम विभाग ने हवा की रफ्तार छह किमी प्रति घंटा दर्ज की। खास बात यह रही कि यह हवा लगातार चलती रही। धूल उड़ने से बाइक सवारों को कुछ परेशानी भी हुई, लेकिन वातावरण साफ-सुथरा नजर आया।
कल से फिर बदलेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार छह नवंबर को एक और पश्चिम विक्षोभ हिमालय में पहुंच रहा है। इसके प्रभाव से जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी होगी। इसके बाद 7 और 8 को राजस्थान और पंजाब में बारिश के झोंके भी आएंगे। दिल्ली और एनसीआर के अन्य भागों में भी हल्की बारिश की संभावना है। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि पश्चिम विक्षोभ के चलते एनसीआर में बारिश की संभावना है। 7 और 8 नवंबर को मेरठ में हल्की बारिश होने की उम्मीद है।
मंगलवार को वातावरण में नमी की मात्रा घटी
पश्चिम विक्षोभ के गुजरने का सकारात्मक प्रभाव नमी का कम होना भी रहा। मंगलवार को नमी का अधिकतम प्रतिशत गिरकर 66 रहा, जो तीन को 89 और चार नवंबर को 74 था। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री, सामान्य से एक डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री, सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। नमी का प्रतिशत गिरने और हवाओं का बहाव तेज होने से प्रदूषण कम हुआ है।
शहर में प्रदूषण का हाल
- शाप्रिक्स माल के सामने >>145, सुबह >>12 बजे
- थापरनगर >>86, दोपहर एक बजे
- आर्यनगर >>66, दोपहर 1.30 बजे
- मंगलपांडे नगर >>69, 3 बजे
- जैननगर >>89, 4.30 बजे
- शाप्रिक्स माल >>154, शाम 5.30 बजे