Meerut News: पटाखों का अवैध कारोबार करने वाले पुलिस के निशाने पर, लिस्ट हुई तैयार
मेरठ के मोहल्ला पीरजादगान में गुरुवार को हुए पटाखों में धमाके के बाद पुलिस-प्रशासन के अफसर हरकत में आ गए हैं। पटाखों का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ नजरें टेड़ी हो गई हैं। मौत का सामान बेचने वालों की लिस्ट तैयार की जा रही है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ के मोहल्ला पीरजादगान में गुरुवार को हुए पटाखों में धमाके के बाद पुलिस-प्रशासन के अफसर हरकत में आ गए हैं। पटाखों का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ नजरें टेड़ी हो गई हैं। मौत का सामान बेचने वालों की लिस्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही उनके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
दो लोगों की जान जाने के बाद अब कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। सीओ आरपी शाही ने बताया कि पटाखों का अवैध भंडारण और बिक्री करने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है। पुराना रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। पटाखों का अवैध कारोबार चलने नहीं दिया जाएगा। थाना प्रभारियों के साथ ही चौकी प्रभारियों से भी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। साथ ही बीट के सिपाहियों को भी जानकारी मिलने पर तुरंत ही उच्च अधिकारियों को बताने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में नगर के दो लोगों को पटाखे बनाने का लाइसेंस दिया गया था, जिसमें से एक की मौत हो गई है। दूसरे के लाइसेंस की वैधता खत्म को गई है। उससे फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है, मोबइल बंद आ रहा है। पुलिस उसे संदिग्ध मानकर तलाश में जुट गई है।
आखिकार कहां से आया था जखीरा
एक धमाके ने पुलिस-प्रशासन के अफसरों की नींद उड़ा दी है। कार्रवाई का डंडा चलने की बात हो रही है, लेकिन सवाल यह है कि पहले इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया। स्थानीय लोगों का साफ कहना है कि एक दिन में पटाखों का जखीरा नहीं आया। धीरे-धीरे माल आ रहा था। इसकी जानकारी पुलिस को भी होगी, लेकिन सेङ्क्षटग के चलते कुछ नहीं हुआ। अब दो लोगों की जान चली गई, तब भागदौड़ शुरू हुई है। वहीं, तंग गली में पटाखों का स्टाक था, इसकी जानकारी खुफिया विभाग को भी नहीं लगी। एक बार फिर धमाकों ने खुफिया विभाग की पोल खोल दी।
आसपास तलाशों और बहुत कुछ मिलेगा
लोगों का कहना है कि धमाके के बाद अब पुलिस कार्रवाई करेगी, लेकिन वह भी खानापूरी के लिए। यदि सख्ती से जांच की जाए तो आसपास ही और पटाखों के जखीरे मिल जाएंगे। त्योहार के चलते अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे हैं और उनका भंडारण हो रहा है। एसडीएम अमित कुमार का कहना है कि पटाखों का भंडारण करने वालों के बारे में पता लगाया जा रहा है। अभी किसी के पास लाइसेंस नहीं है।
खौफ के साए में हर पल
धमाके के बाद कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे। एक का पहली मंजिल का लेंटर बल्ली लगाकर रोका गया था। साथ ही किसी मकान का छज्जे में दरार आ गई थी। अन्य मकानों की दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। रात भी लोगों की खौफ के साए में कटी। दिन भर वह डर में रहे। रात होते-होते फिर से घर-परिवार की ङ्क्षचता सताने लगी। उनका कहना था कि गली से गलबा नहीं हटा। ऐसे में काम शुरू कराने में दिक्कत होगी। फिर भी शनिवार से काम शुरू करा दिया जाएगा।