बद्दो का 'किला' ढहाने को एमडीए की रिपोर्ट का इंतजार
अवैध दुकानों और घर पर बुल्डोजर चलाने के लिए पुलिस मांग रही रिपोर्ट।
मेरठ, जेएनएन। ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो को आर्थिक चोट पहुंचाने के लिए पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है। टीपीनगर पुलिस ने ट्रांसपोर्टनगर में पार्क की जमीन पर दुकान बनाने की रिपोर्ट एमडीए और नगर निगम को पेश की है, वहीं बद्दो के घर की कुर्की लेकर ब्रह्मपुरी पुलिस ने मकान को ढहाने की रिपोर्ट भी एमडीए को भेज दी है। दोनों ही मामलों में एमडीए और नगर निगम के अधिकारी जांच करने का दावा कर रहे हैं, जबकि दो सप्ताह से अधिक समय हो गया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि प्रशासनिक रिपोर्ट मिलने के बाद ही बद्दो की सल्तनत को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा।
बदन सिंह बद्दो पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। एएसपी कृष्ण विश्नोई ने उसकी फरारी के प्रकरण को दोबारा खोला। इसमें कई नये तथ्य सामने आए। जेल में रहते हुए एक फैक्ट्री मालिक को लिखा गया बद्दो का पत्र भी पुलिस को मिला है। इसमें बद्दो ने एक फैक्ट्री स्वामी से तीन करोड़ 84 लाख की रकम मांगी थी। पुलिस इसकी जांच कर रही है। यह भी देखा जा रहा है कि बुलेट प्रूफ स्कार्पियो का पंजीयत किसके नाम है। किसने उसका फर्जी सेल लेटर बनाकर बिक्री की है। एएसपी ने बताया कि बद्दो पर जल्द ही बड़ी कार्रवाई होने जा रही है।
रिपोर्ट आने के बाद ध्वस्त होंगी अवैध दुकानें
ट्रांसपोर्ट नगर में बद्दो ने दो बहनों इंदु बाला और शशिबाला के बेटों के साथ मिलकर पार्क पर अवैध निर्माण कर करोड़ों की दुकानें बेच डालीं। पुलिस ने इसकी जांच कर नगर निगम और एमडीए को रिपोर्ट भेज दी है। दो सप्ताह बीतने के बाद भी दोनों विभागों ने इसकी जांच पूरी नहीं की है। वहीं, बदन सिंह के पंजाबीपुरा स्थित घर को भी ध्वस्त करने की तैयारी चल रही है।
23 नवंबर से पहले हो सकती है एक और बड़ी कार्रवाई
समाजसेवी अभिषेक सिंह द्वारा हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका से पुलिस कठघरे में आ गई। हाईकोर्ट ने प्रमुख सचिव गृह को शपथ पत्र दाखिल करने के निर्देश दिए। 23 नवंबर को हाईकोर्ट में शपथ पत्र दाखिल किया जाएगा। इससे पहले ही पुलिस ने बद्दो के पंजाबीपुरा स्थित घर की कुर्की करा दी। पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई से लग रहा है कि 23 नवंबर से पहले बद्दो पर एक और बड़ी कार्रवाई हो सकती है। यही कारण है कि पुलिस ने एमडीए और नगर निगम की रिपोर्ट नहीं आने पर रिमाइंडर तक भेज दिया है।
सुशील मूंछ के जमानती होंगे जिम्मेदार
जेल से छूटने के बाद कुख्यात सुशील मूंछ और उसका बेटा टोनी घर तक नहीं पहुंचे, बल्कि दूसरे राज्य में जाकर छिप गए हैं। इससे लग रहा है कि सुशील मूंछ दूसरे राज्य में रहकर ही भूपेंद्र बाफर पर हमला करने की फिराक में है। वहीं, शासन का आदेश है कि पुलिस जेल से छूटने वाले कुख्यातों की निगरानी करे। यदि बदमाश भूमिगत हो जाए तो जमानतियों पर कार्रवाई की जाए। सुशील मूंछ और टोनी के लापता होने के बाद भी जमानतियों पर शिकंजा नहीं कसा गया है। एडीजी राजीव सभरवाल का कहना है कि मुजफ्फरनगर पुलिस को सुशील मूंछ की निगरानी करने और जमानतियों पर शिकंजा कसने के आदेश दिए हैं।