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दो सहेलियों की मोहब्बत में पुलिस बनी खलनायक, परिजन भी हुए पराए

सालों तक दोस्त की तरह रहीं। नतीजा, दिल में भी जगह बनी और यह नजदीकी ‘मोहब्बत’ में तब्दील हो गई। उन्होंने रिश्ता मजबूत करने के लिए परिजनों से भी नाता तोड़ लिया।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 10 Feb 2019 11:37 AM (IST)Updated: Sun, 10 Feb 2019 11:37 AM (IST)
दो सहेलियों की मोहब्बत में पुलिस बनी खलनायक, परिजन भी हुए पराए
दो सहेलियों की मोहब्बत में पुलिस बनी खलनायक, परिजन भी हुए पराए
मेरठ, जेएनएन। दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ती थीं। कक्षा में भी साथ और ट्यूशन में भी। एक दूसरे के मन की बात भी समझती थीं और जज्बात भी। सालों तक दोस्त की तरह रहीं। नतीजा, दिल में भी जगह बनी और यह नजदीकी धीरे-धीरे ‘मोहब्बत’ में तब्दील हो गई। एक दिन वह भी आया जब उन्होंने समाज की परवाह किए बिना रिश्ते की इस गांठ को मजबूत करने के मकसद से परिजनों से भी नाता तोड़ लिया।
पुलिस से लगाई गुहार
बेशक, कानून ने इस रिश्ते को मान्यता दे दी हो लेकिन समाज में शायद अभी यह नाता मान्य नहीं। बातें बनने लगीं तो दोनों के परिजनों ने लालकुर्ती पुलिस से गुहार लगाई। पुलिस ने सख्त कार्रवाई का ऐसा खौफ दिखाया जिसने बिछोह का दर्द दे दिया। हालांकि, वे परिजनों के पास नहीं गईं लेकिन अलग-अलग रहने लगीं। कुछ वक्त गुजारा भी लेकिन प्रीत की डोर को तोड़ नहीं सकीं। शनिवार को दोनों युवतियां एसएसपी आफिस पहुंचीं और अधिकारियों से दोनों को एक करने की गुहार लगाई। साथ ही थाना पुलिस के उत्पीड़न की लिखित शिकायत करते हुए अपने समलैंगिक रिश्ते को जायज बताया। सुप्रीम कोर्ट इस आशय के आदेश की कॉपी पुलिस को भी दिखाई। 
यह है मामला
लालकुर्ती थानाक्षेत्र निवासी दोनों युवतियां एक ही कोचिंग सेंटर में पढ़ाती हैं। साथ ही सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर रही हैं। बताया गया है कि उनके बीच गाढ़ी दोस्ती थी। पिछले दिनों समलैंगिकता को मान्यता देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वे साथ-साथ रहने लगी थीं। पीडि़त युवतियों ने पुलिस से कहा कि हम आखिरी सांस तक साथ रहेंगे। चाहे इसके लिए किसी को भी छोडऩा पड़े। अपनी व्यथा बताते हुए दोनों की आंखें छलक पड़ीं।
पुलिस दे रही झूठे केस में बंद करने की चेतावनी
पीडि़त युवतियों का आरोप है कि थाना पुलिस दोनों को समलैंगिक रिश्ते में साथ रहने पर झूठे केस में फंसाने की चेतावनी दे रही है। ऐसे में वह अपने घर भी नहीं जाना चाहतीं। संबंधित पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए।
बोलीं, परिजन क्यों जता रहे आपत्ति
दोनों ने अपने परिजनों को भी कठघरे में खड़ा किया। कहा कि वे अपने परिजनों से खर्चे के नाम पर एक पैसा नहीं मांगतीं। सारा खर्च अपने आप ही वहन करते हैं। ऐसे में परिजनों को किस तरह की आपत्ति हो सकती है।
इन्होंने कहा
कानून का पालन कराया जाएगा। साथ ही लालकुर्ती थाना पुलिस से जानकारी लेकर युवतियों के आरोपों की जांच कराई जाएगी। इसके बाद कार्रवाई होगी।
-रामअर्ज, एएसपी

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