पुलिस के खेल से उठा पर्दा, हत्या का चलेगा मुकदमा
करीब सवा दो साल पहले गोविंदपुरी निवासी चालक की हत्या करके शव फांसी पर लटकाया दिया गया था। पुलिस ने भी मामले को आत्महत्या दिखाकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। परिजनों ने पैरवी की तो मेडिकल बोर्ड गठित हुआ, जिसके बाद हत्या की पुष्टि हुई। अब एसएसपी के आदेश पर हत्या के एंगल से मामले की जांच होगी।
मेरठ : करीब सवा दो साल पहले गोविंदपुरी निवासी चालक की हत्या करके शव फांसी पर लटकाया दिया गया था। पुलिस ने भी मामले को आत्महत्या दिखाकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। परिजनों ने पैरवी की तो मेडिकल बोर्ड गठित हुआ, जिसके बाद हत्या की पुष्टि हुई। अब एसएसपी के आदेश पर हत्या के एंगल से मामले की जांच होगी।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के गोविंदपुरी उर्फ घसौली निवासी पम्पी शर्मा पुत्र बुधप्रकाश ने चार अप्रैल 2016 को मुकदमा लिखवाया था कि उसका भाई अशोक प्रेमपुरी थाना रेलवे रोड निवासी व्यापारी आशीष गोयल के यहां चालक की नौकरी करता था। तीन अप्रैल 2016 की शाम को उसके न लौटने पर अशोक को फोन किया तो व्यापारी ने सुबह आने की बात कही। देर रात व्यापारी अज्ञात लोगों के साथ घर आया और अशोक के बारे में पूछा। शक होने के बावजूद वह व्यापारी साथ भाई को तलाशने निकल पड़ा। चार अप्रैल की सुबह अशोक का शव गांव के जंगल में फांसी पर लटका मिला। पम्पी ने आशीष गोयल व चार अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखाया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत होना आया, जिसके बाद पुलिस ने आत्महत्या दर्शाते हुए फाइनल रिपोर्ट कोर्ट में सबमिट कर दी थी।
मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में हुई हत्या की पुष्टि
पम्पी की शिकायत पर एडीएम (प्रशासन) ने सीएमओ को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अवलोकन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। इसके बाद मेडिकल बोर्ड गठित हुआ, जिसमे हत्या की पुष्टि की। सीएमओ ने 16 दिसंबर 2016 को इस बाबत एडीएम प्रशासन को रिपोर्ट भेजी।
पुलिस ने किया खेल
बुधवार को पम्पी शर्मा के साथ पहुंचे उनके अधिवक्ता मनोज कुराली ने कहा कि विवेचक ने न तो गवाहों के बयान दर्ज किए और न साक्ष्य इकट्ठे किए और फाइनल रिपोर्ट लगा दी। सीजेएम कोर्ट ने 27 जुलाई 2018 को फाइनल रिपोर्ट को निरस्त करते हुए मुकदमे की पुन: जांच के आदेश दिए। इसके बावजूद पुलिस ने जांच शुरू नहीं की। इन्होंने कहा--
मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आई है। कोर्ट के आदेशानुसार कंकरखेड़ा पुलिस को मुकदमे की पुनर्विवेचना के निर्देश दिए गए हैं। जांच में क्या खेल हुआ, इसकी भी जांच की जाएगी।
-अखिलेश कुमार, एसएसपी