दबिश के दौरान पुलिस पर तोड़फोड़ का आरोप
नौचंदी पुलिस ने शुक्रवार देर रात लिसाड़ी गेट क्षेत्र में दबिश देकर नदीम उर्फ मुखिया को हिरासत में लिया था।
मेरठ, जेएनएन। नौचंदी पुलिस ने शुक्रवार देर रात लिसाड़ी गेट क्षेत्र में दबिश देकर नदीम उर्फ मुखिया को हिरासत में लिया था। उस पर आरोप था कि उसने लूट का मोबाइल खरीदा था। बिना वर्दी पहुंची पुलिस का लोगों ने घेराव किया था। पुलिस के साथ मोबाइल लुटेरा भी था।
रविवार को पुलिस ने नदीम और उसके ताऊ पूर्व पार्षद बाबू के यहां दबिश दी। स्वजन इमरान और फिरोज का आरोप है कि पुलिस ने दबिश के दौरान घर में तोड़फोड़ की। विरोध करने पर उनके साथ अभद्रता की। पुलिसकर्मियों ने दोनों घरों में उत्पात मचाया। फिरोज की बहन तबस्सुम ने आरोप लगाया कि पुलिस उसके जेवर और नकदी भी ले गई। इस दौरान एक युवक वीडियो भी बना रहा था। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। स्वजनों ने कहा कि पुलिसकर्मी जाते हुए घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी ले गए। नौचंदी थाने के इंस्पेक्टर क्राइम रामसंजीवन ने बताया कि पुलिस ने दबिश दी थी। तोड़फोड़ के साथ ही नकदी और जेवर ले जाने का आरोप गलत है। कोई युवक भी पुलिस हिरासत में नहीं है। गर्भवती से भी की धक्का-मुक्की
इमरान ने बताया कि दोपहर के समय बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी आए थे। घर में घुसते ही उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी थी। उसकी भाभी गर्भवती है, उससे भी पुलिसकर्मियों ने धक्का-मुक्की की। आसपास के लोगों ने उनको रोकने का प्रयास किया तो उनको भी थाने ले जाने की धमकी दी। वहीं, उनकी हरकत कैमरे में कैद न हो इसलिए सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी पुलिसकर्मी जबरन ले गए। बदमाशों की तरह आए थे
स्वजनों का कहना है कि शुक्रवार रात पुलिसकर्मी बदमाशों की तरह आए थे। किसी ने भी वर्दी नहीं पहन रखी थी। साथ ही गाड़ी की बजाय छोटा हाथी वाहन लेकर आए थे। उन्होंने पूछताछ करने की कोशिश की तो धमकी देते हुए नदीम को ले गए थे। अब गाड़ी में तोड़फोड़ करने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि रात के समय की फुटेज में वह गाड़ी की बजाय छोटा हाथी से आते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस नदीम को भी फंसा रही है। उसका मोबाइल लुटेरों से कोई लेना-देना नहीं है। इसकी शिकायत अधिकारियों से की जाएगी।