मेरठ में दी जा रही थी चिता को मुखाग्नि, श्मशान घाट के छत का प्लास्टर गिर पड़ा
खड़ौली के श्मशान घाट में हादसा होते-होते बच गया। जिस समय चिता को मुखाग्नि दी जा रही थी उसी समय छत का प्लास्टर गिर पड़ा और छत नीचे झुक गई। गनीमत रही कि प्लास्टर वहां नहीं गिरा जहां लोग खड़े थे।
मेरठ, जेएनएन। खड़ौली के श्मशान घाट में हादसा होते-होते बच गया। जिस समय चिता को मुखाग्नि दी जा रही थी उसी समय छत का प्लास्टर गिर पड़ा और छत नीचे झुक गई। गनीमत रही कि प्लास्टर वहां नहीं गिरा जहां लोग खड़े थे। वार्ड 38 की पार्षद रेनू सैनी के पति मनोज सैनी ने बताया कि श्मशान घाट में सोमवार को दो अलग स्थानों के लोगों ने दाह संस्कार किया था।
जब दूसरे स्थान के लोग दाह संस्कार कर रहे थे तभी छत का प्लास्टर गिर गया। प्लास्टर तीन स्थानों से गिरा। छत भी झुक गई। उन्होंने बताया कि उन्हें फोन पर जानकारी दी गई तो वह मौके पर पहुंचे। बताया कि इसका निर्माण सात साल पहले किया गया था। घटिया सामग्री का प्रयोग हुआ है। पहले भी इसकी छत थोड़ी झुकी थी जिसकी मरम्मत लोगों ने चंदा एकत्र करके करा लिया था। इसकी शिकायत भी नगर निगम में हुई थी लेकिन जांच हुई न ही नई छत डाली गई।
नाला निर्माण में प्रयोग हो रही घटिया सामग्री, अब तक नहीं तैयार रिपोर्ट
नगर निगम की ओर से रोहटा रोड के उत्तर दिशा में पानी की निकासी के लिए आरसीसी के नाले का निर्माण कराया जा रहा है। जन कल्याण वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष दुष्यंत रोहटा व उनके साथियों ने घटिया सामग्री के प्रयोग का आरोप लगाया था। प्रयुक्त की गई निर्माण सामग्री को कमिश्नर व डीएम को दिखाया। वीडियो क्लिप भी दिखाई। इसके बावजूद अब तक कोई अधिकारी उसे देखने नहीं पहुंचा।