शूटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप : कांसे पर सटीक लगा शार्दुल व असब का निशाना
52वें आइएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप के डबल ट्रैप पुरुष वर्ग में मेरठ के दो शूटर्स ने फिर पदक पर निशाना साधा है।
मेरठ । 52वें आइएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप के डबल ट्रैप पुरुष वर्ग में मेरठ के दो शूटर्स ने फिर पदक पर निशाना साधा है। एशियन गेम्स में रजत पदक जीत चुके शार्दुल विहान और मो. असब ने हरियाण के अंकुर मित्तल के साथ टीम कांस्य पदक जीता है। इस सफलता के साथ ही शार्दुल के सिवाया और असब के मवाना स्थित घर पर खुशी की लहर दौड़ गई है। दोनों परिवारों को बधाइयां मिल रही हैं और गांव वालों को अब खिलाड़ियों के लौटने का इंतजार है। शार्दुल ने सार्थक किया चयन
लगातार दो प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले शार्दुल का रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने पिछली दोनों प्रतियोगिता के लिए टीम में चयन किए जाने को सार्थक किया है। इससे पहले 37वें यूपी स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में दो रजत व एक स्वर्ण, 24वें आल इंडिया जीवी मावलंकर शूटिंग चैंपियनशिप में दो कांस्य और 58वें नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया। 2015 में 35वें नॉर्थ जोन में तीन स्वर्ण पदक, 38वें यूपी स्टेट में तीन स्वर्ण पदक और 59वें नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में एक स्वर्ण व एक रजत पदक जीता। यही सिलसिला वर्ष 2016 में भी जारी रहा। पिछले 2017 में हुई चार नेशनल प्रतियोगिताओं चार स्वर्ण पदक से नई शुरुआत के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए बनने वाली टीम में अपना स्थान पक्का किया।
काम आया असब का अनुभव
वर्ष 2007 में जर्मनी में आयोजित निशानेबाजी की जूनियर वर्ल्ड कप में भारत की ओर से शॉट गन प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय मो. असब का अनुभव वर्ल्ड चैंपियनशिप में काम आया। राज्यवर्धन राठौर से प्रेरित होकर शूटिंग के क्षेत्र में कदम बढ़ाने वाले असब को 15 सालों का शूटिंग अनुभव है। असब ने वर्ष 2010 में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने के बाद वर्ष 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता। वर्ष 2015 में जयपुर में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में डबल ट्रैप शूटिंग में स्वर्ण पदक जीता। साइप्रस में आयोजित वर्ल्ड कप में कांस्य पदक और इटली में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता।