तो गंगा एक्सप्रेस-वे पर सिखेड़ा से यात्रा शुरू करेंगे
बिजौली से एक्सप्रेस-वे के रास्ते सफर पड़ेगा मंहगा वक्त भी ज्यादा लगेगा।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ और इसके आसपास के लोगों को प्रयागराज जाने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे का सफर बिजौली गांव के स्थान पर पिलखुवा के पास सिखेड़ा गांव से शुरू करना अच्छा रहेगा। यहां एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश मार्ग बनेगा। यहां से प्रवेश करने पर उनका ईंधन, समय और टोल तीनों बचेंगे।
गंगा एक्सप्रेस-वे के 12 चरणों का एलाइनमेंट यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसके मुताबिक गंगा एक्सप्रेस-वे का पहला चरण मेरठ-बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग 334 के किमी 16 पर बिजौली गांव से शुरू होना है। लगभग 49 किमी लंबा यह भाग बुलंदशहर के गांवों से होता हुआ हापुड़ पहुंचेगा। यानी मेरठ से इस हिस्से की कुल लंबाई 65 किमी होगी। गंगा एक्सप्रेस-वे प्रवेश नियंत्रित है। एनएच 9 के पास सिखेड़ा गांव (पिलखुवा के पास) में प्रवेश मार्ग बनाया जाएगा। इससे हापुड़, एनएच 9 के वाहन प्रवेश करेंगे। समय और खर्च बचाने के लिए मेरठ और आसपास के लोगों को भी गंगा एक्सप्रेस-वे पर सिखेड़ा से ही प्रवेश करना उचित होगा। एक्सप्रेस-वे की अधिक लंबाई को लेकर आजकल पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का दौर जारी है।
चर्चा के खास बिदु
-गंगा एक्सप्रेस-वे के जरिए मेरठ से सिखेड़ा तक दूरी लगभग 65 किमी
-एनएच 334 के जरिए मेरठ से सिखेड़ा की दूरी 45 किमी
-समय, पेट्रोल और टोल टैक्स के खर्च की बचत होगी
गंगा एक्सप्रेस-वे को अब निजी बैंकों का सहारा
गंगा एक्सप्रेस-वे का प्रोजेक्ट कुल 39,298 करोड़ रुपये का अनुमानित है। इस राशि के लिए सरकार ने हुडको और चार सरकारी बैंकों से ऋण की स्वीकृति प्राप्त कर ली है लेकिन यह राशि मात्र 18,250 करोड़ ही हो सकी है। अब प्रोजेक्ट के लिए निजी बैंकों से ऋण प्राप्त करने का फैसला यूपीडा के निदेशक मंडल ने लिया है।
यूपीडा के निदेशक मंडल की हाल ही में आयोजित बैठक में गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए धनराशि जुटाने पर चर्चा की गई थी। इसमें सामने आया कि लगभग 40 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट में 10 हजार करोड़ रुपया जमीन की व्यवस्था करने में खर्च होगा। अन्य सिविल कार्य में 30 हजार करोड़ की जरूरत होगी। बैठक में बताया गया कि हाउसिग एंड अरबन डेवलपमेंट कारपोरेशन (हुडको) द्वारा 2900 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है। सिविल कार्य के लिए इंडियन बैंक द्वारा 5780 करोड़, बैंक आफ बड़ौदा द्वारा 4000 करोड़, पंजाब नैशनल बैंक द्वारा 3050 करोड़ तथा बैंक आफ इंडिया द्वारा 2500 करोड़ रुपये का ऋण दिया जा चुका है। गंगा एक्सप्रेस-वे कुछ तथ्य
- प्रवेश नियंत्रित ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे होगा
- 39,298 करोड़ रुपया होगा खर्च
- 10,000 करोड़ रुपया होगा भूमि अधिग्रहण पर खर्च
- 594 किमी होगी कुल लंबाई
- मात्र 6 से 7 घंटे में यात्रा पूरी कराने का दावा
- 6 लेन चौड़ा होगा एक्सप्रेस-वे, जिसे 8 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा
- 120 मीटर होगी एक्सप्रेस-वे की कुल चौड़ाई
- गांव के लोगों के सुगम यातायात के लिए एक्सप्रेस-वे के बराबर में 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस रोड होगी
- मेरठ-बुलंदशहर एनएच के किमी 16 से होगा शुरू
कहां से शुरू हो गंगा एक्सप्रेस-वे, फिर उठने लगे सवाल
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक जाएगा। मेरठ में इसका स्टार्टिग प्वाइंट (शुरुआती स्थान) कहां से होगा, इसे लेकर तीन स्थानों के किसानों के बीच जद्दोजहद चल रही है। हालांकि यूपीडा ने अपनी वेबसाइट पर अब इस संबंध में स्पष्ट जानकारी अपलोड कर दी है। इसके मुताबिक गंगा एक्सप्रेस-वे अब मेरठ-बुलंदशहर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मेरठ से 16 किमी दूर गांव बिजौली से शुरू होगा। इसकी जानकारी मिलते ही एक बार फिर से दो अन्य स्थानों के किसान हरकत में आ गए हैं। गंगा एक्सप्रेस-वे को हापुड़ रोड पर गांव हाजीपुर से तथा दिल्ली रोड पर गांव काशी से शुरू करने पर भी यूपीडा ने विचार किया था। इन दोनों स्थानों के किसान फिर से इसे अपने क्षेत्र से शुरू करने की मांग करने लगे हैं। हाजीपुर शंकरपुर गांव के किसानों ने जल्द बड़ी पंचायत करने तथा मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की घोषणा की है। उनका तर्क है कि इस क्षेत्र से एक्सप्रेस-वे शुरू होगा तो उससे गढ़मुक्तेश्वर भी जुड़ जाएगा। जिला पंचायत सदस्य सतपाल सिंह तोमर ने नवंबर के प्रथम सप्ताह में ही बड़ी पंचायत करने की घोषणा की है।