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भ्रष्टाचार को जन्म देती हैं थानों में लंबित विवेचना

डीजीपी बनने के बाद मुकुल गोयल ने जनपद में अपनी पहली समीक्षा बैठक में ही भ्रष्टाचार को खत्म करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विवेचनाओं में देरी भ्रष्टाचार का मुख्य कारण है। इसलिए सभी कप्तानों को आदेश दिए कि स्वयं हर माह थानों का निरीक्षण करें।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Aug 2021 01:59 AM (IST)Updated: Fri, 13 Aug 2021 09:00 AM (IST)
भ्रष्टाचार को जन्म देती हैं थानों में लंबित विवेचना
भ्रष्टाचार को जन्म देती हैं थानों में लंबित विवेचना

मेरठ, जेएनएन। डीजीपी बनने के बाद मुकुल गोयल ने जनपद में अपनी पहली समीक्षा बैठक में ही भ्रष्टाचार को खत्म करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विवेचनाओं में देरी भ्रष्टाचार का मुख्य कारण है। इसलिए सभी कप्तानों को आदेश दिए कि स्वयं हर माह थानों का निरीक्षण करें। सीओ लगातार निरीक्षण कर लंबित विवेचनाओं को समय से निस्तारित कराएं। सभी कप्तानों को आदेश दिया कि छोटी से छोटी घटना पर स्वयं पहुंचें, ताकि वह बड़ा रूप न ले पाए। डीजीपी ने अपराध को नियंत्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वेस्ट यूपी का अपराध पूरे प्रदेश और दिल्ली को प्रभावित करता है, जो चुनाव में भी मुद्दा बनाया जाता है। डीजीपी ने सभी अफसरों को निर्धारित समय तक कार्यालय में बैठने और सीयूजी नंबर सुनने के निर्देश दिए।

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पुलिस लाइन में जोन के सभी कप्तानों ने पहले डीजीपी को अपने प्रदर्शन की जानकारी दी। डीजीपी ने कहा कि मुकदमों की कोर्ट में पैरवी की जाए ताकि आरोपितों को सजा मिल सके। महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाली वारदातों पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करे। एडीजी राजीव सभरवाल ने बताया कि तीन माह में पोक्सो एक्ट के 62 मुकदमों में सजा दिलवा चुके हैं। जोन के आठ जनपदों में 521 अपराधियों को जिला बदर किया गया। जिला बदर किए गए 114 लोग घर में मिलने पर उन्हें जेल भेज दिया गया। पंचायत चुनाव के दौरान आठ जनपदों में 479 लोगों के खिलाफ मुचलका पाबंद व अन्य सख्त कार्रवाई की गई थी। पुलिस की इस कार्रवाई से अराजक तत्व चुनाव में दोबारा बवाल करने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे। एडीजी की इस कार्रवाई पर डीजीपी ने उन्हें बधाई दी। कहा कि प्रदेश के अन्य जोन में भी इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा। इस मौके पर आइजी प्रवीण कुमार, नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, सहारनपुर डीजीआइ प्रतेंद्र सिंह, मेरठ एसएसपी प्रभाकर चौधरी, गाजियाबाद डीआइजी अमित पाठक, सहारनपुर एसएसपी एस चनप्पा, बागपत एसपी नीरज जादोन, हापुड़ एसपी दीपक भूकर, बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार, मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक यादव, शामली एसपी सुकीर्ति माधव आदि मौजूद रहे। साइबर अपराधियों से दो करोड़ की रकम वापस करा चुकी पुलिस

डीजीपी को बताया गया कि साइबर अपराध पर जोन के प्रत्येक जनपद में साइबर सेल खोलकर काम किया जा रहा है। मुजफ्फरनगर में 38 लाख, सहारनपुर से 16 लाख, गाजियाबाद से 44 लाख और मेरठ से छह लाख की रकम वापस कराई जा चुकी है। सभी जनपदों से हाल में दो करोड़ की रकम वापस करा चुके हैं।

चुनाव के लिए तैयार रहे पुलिस

डीजीपी ने पुलिस को आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा। किसान आदोलन पर कहा कि अपराध के साथ कानून व्यवस्था भी पुलिस की जिम्मेदारी है। कानून व्यवस्था कदापि प्रभावित नहीं होने दी जाएगी।

टाइम लाइन :

10.00 बजे डीजीपी मुकुल गोयल पुलिस लाइन पहुंचे और सलामी ली।

10.05 बजे डीपीपी ने जोन के सभी कप्तानों और एडीजी, आइजी तथा डीआइजी से समीक्षा बैठक की।

11.50 बजे डीजीपी आदेश कक्ष में जनप्रतिनिधियों से मिलने पहुंचे।

12.00 बजे आरआइ आफिस में जनप्रतिनिधियों से एक-एक कर मुलाकात की।

12.30 बजे आदेश कक्ष में प्रेसवार्ता की।

12.40 बजे पुलिस लाइन सभागार में अफसरों से बातचीत की।

1.15 बजे सíकट हाउस में भोजन किया।

2.00 बजे मेरठ से गाजियाबाद के लिए प्रस्थान कर गए।


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